दिल्ली में देवी-देवताओं पर विवादित बयान से चर्चा में आए आम आदमी पार्टी के नेता राजेंद्र पाल गौतम को जान से मारने की धमकी मिली है. उन्होंने इस संबंध में राष्ट्रपति, गृहमंत्री और दिल्ली पुलिस को लिखित शिकायत भेजी है. राजेंद्र पाल ने कहा कि 'मुझे कुछ स्वयंभू बाबाओं द्वारा जान से मारने की धमकी दी जा रही है, जिसका संज्ञान लेते हुए आज मैंने पुलिस प्रशासन को इस बारे में शिकायत दर्ज कराई है. डर के आगे जीत है. जय भीम.
बता दें कि राजेंद्र पाल गौतम केजरीवाल सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं. उन पर हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा था, जिसके बाद उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. बाद में दिल्ली पुलिस ने पूछताछ भी की थी. राजेंद्र पाल गौतम ने विवादित बयान पर सफाई दी थी और कहा था- 14 अक्टूबर 1956 को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने छुआ-छूत के विरोध में बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी और 22 प्रतिज्ञा ली थी. हर साल लोग बौद्ध धर्म की दीक्षा लेते समय ये प्रतिज्ञा दोहराते हैं.
धार्मिक भावनाएं भड़का रहे हैं तीन स्वयंभू बाबा
गौतम ने शिकायती पत्र में अयोध्या के संतों के नाम और कुछ वेबसाइट/यूट्यूब चैनलों के नामों का जिक्र किया है. उन्होंने कहा कि तीन स्वयंभू बाबा मेरे खिलाफ झूठे आरोप लगाकर समाज में मेरी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं और लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़का रहे हैं. इनमें एक बाबा ने लोगों को धर्म के नाम पर उकसाकर और 50 लाख रुपए का लालच देकर मेरी हत्या करवाने की खुलेआम सुपारी दी है. लोगों को मेरी गर्दन काटकर हत्या करने के लिए उकसाया है.
मैंने ना कानून का उल्लंघन किया, ना धार्मिक भावनाएं आहत कीं
उन्होंने आगे कहा कि मैं आज भी आजादी के 75 साल बाद देश की रोजमर्रा की जातिगत उत्पीड़न की घटनाओं से व्यथित रहता हूं. इसीलिए मैं बाबा साहब की शिक्षाओं से प्रेरित होकर 5 अक्टूबर को दिल्ली के अंबेडकर भवन में हुए दीक्षा समारोह के कार्यक्रम में शामिल हुआ था. वहां मौजूद 10 हजार लोगों के साथ मैंने भी बाबा साहब की दी हुई 22 प्रतिज्ञाओं को दोहराया. इन 22 प्रतिज्ञाओं में किसी की भी धार्मिक भावनाओं को आघात पहुंचाने जैसी कोई भी बात नहीं है. ना ही ये संविधान या किसी कानून का उल्लंघन करती हैं.