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बंगाल: बागी राजीव बनर्जी के दोबारा BJP में आने की अटकलें तेज, पार्टी को लिखीं 2 चिट्ठियां

29 जून को बंगाल भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होने वाली है. इसी के बाद राजीव बनर्जी ने दो चिट्ठी प्रदेश भाजपा दफ्तर में भेजी है. ऐसे में अटकलें तेज हो गई हैं कि टीएमसी की ओर से उत्साहित प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर राजीव बनर्जी ने बीजेपी में रहने का निर्णय किया है.

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राजीव बनर्जी (फोटो- Facebook)
राजीव बनर्जी (फोटो- Facebook)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बंगाल चुनाव के बाद ही राजीव के बदले थे सुर
  • TMC में जाने की थीं अटकलें
  • तृणमूल में एक धड़ा कर रहा था विरोध
  • अब भाजपा को लिखीं दो चिट्ठियां

बीजेपी से बागी हो चुके राजीव बनर्जी ने चिट्ठी लिख कर फिर अटकलें बढ़ा दी हैं कि वे बीजेपी में ही रहना चाहते हैं. 29 जून को बंगाल भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होने वाली है. इस बैठक में शामिल होने के लिए बीजेपी की ओर से सभी बड़े नेताओं को संपर्क किया गया था, जिनमें राजीव बनर्जी भी शामिल हैं और इसी के बाद राजीव बनर्जी ने दो चिट्ठी प्रदेश भाजपा दफ्तर में भेजी है.

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एक खुली चिट्ठी है और एक बंद चिट्ठी है. खुली चिट्ठी में उन्होंने डोमजूर में जो बीजेपी कार्यकर्ता विस्थापित हुए हैं उनके बारे में विस्तार से बताया है और उनको वापस अपने इलाके में जाने की उपायों पर चर्चा करने की बात कही है. राजीव बनर्जी की दूसरी चिट्ठी में क्या है यह अभी तक किसी को नहीं मालूम है, ऐसे में अटकलें तेज हो गई हैं कि टीएमसी की ओर से उत्साहित प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर राजीव बनर्जी ने बीजेपी में रहने का निर्णय किया है और इसी लिए दो चिट्ठियां दी हैं.

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इससे पहले, चुनाव परिणाम आने के बाद से ही राजीव बनर्जी ने खुद को भाजपा के कार्यक्रमों से अलग कर लिया था. यहां तक कि भाजपा के कोलकाता कार्यालय में भी उन्होंने आना बंद कर दिया था. दूसरी ओर उन्होंने सोशल मीडिया पर भाजपा की आलोचना भी करनी शुरू कर दी थी. इसके बाद राजीव बनर्जी टीएमसी नेता कुणाल घोष के घर उनसे मिलने भी पहुंच गए और राज्य के मंत्री पार्थ चटर्जी की मां की मृत्यु पर उनके घर भी गए.

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ऐसे में अटकलें तेज हो गई कि राजीव बनर्जी टीएमसी में वापस जाना चाहते हैं. हालांकि सूत्रों के मुताबिक टीएमसी में एक धड़ा ऐसा भी है जो राजीव बनर्जी को वापस लेने के बिल्कुल खिलाफ है और राजीव बनर्जी को पार्टी में वापस लेने के खिलाफ हावड़ा समेत कई जगह पोस्टर्स भी देखे गए.

इसके बाद अचानक से राजीव बनर्जी का बीजेपी को दो चिट्टियां देना और बीजेपी के प्रताड़ित कार्यकर्ताओं के बारे में कहना साफ संकेत है कि वे बीजेपी में ही रहना चाह रहे हैं. बहरहाल राजीव बनर्जी इस बारे में अभी कुछ भी कहना नहीं चाहते.

29 जून को प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में राजीव बनर्जी हाजिर होते हैं या नहीं इस पर सब की नजर रहेंगी, क्योंकि चुनाव बाद यह प्रदेश कार्यकारिणी की पहली बैठक है, जहां जेपी नड्डा इस बैठक को संबोधित कर सकते हैं, इसके अलावा कैलाश विजयवर्गीय, शिव प्रकाश और अरविंद मेनन के भी इस बैठक में शामिल रहने की बात है.

 

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