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राज्यसभा उपसभापति चुनाव के लिए जानिए क्या है राज्यसभा का नंबर गेम 

राज्यसभा उपसभापति पद का चुनाव मॉनसून सत्र के पहले दिन 14 सितंबर को होगा. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 11 सितंबर है. एनडीए की ओर से हरिवंश नारायण सिंह ने बुधवार को नामांकन दाखिल कर दिया है. वहीं, कांग्रेस डीएमके सांसद तिरुची शिवा को संयुक्त विपक्ष की ओर से प्रत्याशी बनाने का दांव चल सकती है. ऐसे में राज्यसभा में नंबर गेम किसके पक्ष में है.

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संसद
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स्टोरी हाइलाइट्स
  • एनडीए से जेडीयू नेता हरिवंश नारायण सिंह प्रत्याशी
  • कांग्रेस का डीएमके सांसद को मैदान में उतारने का प्लान
  • राज्यसभा में यूपीए और एनडीए दोनों बहुमत से दूर

राज्यसभा उपसभापति चुनाव में सत्तापक्ष और विपक्ष एक बार फिर आमने सामने होंगे. सत्ताधारी बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की ओर से हरिवंश नारायण सिंह दोबारा से मैदान में हैं. वहीं, कांग्रेस ने इस बार अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए डीएमके सांसद को प्रत्याशी बनाने का दांव चला है. राज्यसभा में एनडीए के पास भले ही सबसे ज्यादा सांसद हों, लेकिन अपने दम पर उपसभापति का चुनाव जीतने के आंकड़े नहीं हैं. ऐसे में एनडीए और विपक्ष के बीच मुकाबला काफी दिलचस्प होने जा रहा है.

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राज्यसभा उपसभापति पद का चुनाव मॉनसून सत्र के पहले दिन 14 सितंबर को होगा. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 11 सितंबर है. एनडीए की ओर से हरिवंश नारायण सिंह ने बुधवार को नामांकन दाखिल कर दिया है और बीजेपी ने अपने राज्यसभा सांसदों के लिए व्हिप जारी कर दिया है. डीएमके सांसद तिरुची शिवा को संयुक्त विपक्ष की ओर से प्रत्याशी बनाया जा सकता है और गुरुवार को वो अपना नामांकन कर सकते हैं. कांग्रेस ने सहयोगी और समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के साथ बातचीत कर सहमति बनाने की कवायद भी शुरू कर दी है. 

एनडीए के सहयोगी दल

एनडीए के पास राज्यसभा में सबसे ज्यादा सीटें हैं. बीजपी 87, एआईडीएमके 9, जेडीयू 5, अकाली दल 3, एजेपी 1, बीपीएफ 1, आरपीआई 1, एनपीएफ 1, एमएनएफ 1, एनपीपी 1 और नामित सदस्य 7 को मिलाकर कुल 116 सदस्यों का समर्थन हासिल है. हालांकि, राज्यसभा सीट जीतने के लिए अभी भी 10 सदस्यों के समर्थन की जरूरत है.  

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यूपीए के समर्थक दल

वहीं, यूपीए के आकंड़े को देखें तो कांग्रेस 40, वामपंथी दल 6, डीएमके 7, आरजेडी, 5, शिवसेना 3, एनसीपी 4, मुस्लिम लीग 1, जेडीएस 1, जेएमएम 1, केरला कांग्रेस 1 और टीडीपी के 1 राज्यसभा सदस्या का समर्थन हासिल है. इन्हें मिलाकर कुल 70 का आंकड़ा पहुंचता है. 

अन्य दल

गैर-एनडीए और गैर यूपीए के दल ही सबसे अहम भूमिका में है, क्योंकि इनकी संख्या राज्यसभा में 68 है. इनमें आम आदमी पार्टी 3, टीएमसी 13, बीएसपी 4, बीजेडी 9, निर्दलीय 2, एमडीएमके 1, पीएमके 1, सपा 8, एसडीएफ 1, टीएमसी एम 1, टीआरएस 7, वाईएसआर 6 और पीडीपी के 2 सदस्य शामिल हैं.

दिलचस्प बात यह है कि विपक्ष के कई ऐसे भी दल है, जो कई मौके पर एनडीए के समर्थन में खड़े रहते हैं. 2018 में राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव में टीआरएस, वाईएसआर, बीजेडी जैसे दलों ने एनडीए का समर्थन किया था. हालांकि, इस बार कांग्रेस विपक्षी के सभी दलों को एकजुट करने की मंशा से ही डीएमके के प्रत्याशी को मैदान में उतारा है. ऐसे में देखना है कि कौन सी पार्टी किसके साथ खड़ी होती है. 

 

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