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राहुल गांधी के लिए रॉबर्ट वाड्रा की पोस्ट...'न्यायपालिका के फैसले से स्तब्ध हूं, ये राजनीतिक प्रतिशोध है'

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द हो गई है. सूरत कोर्ट के फैसले के बाद से ही राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता पर तलवार लटक रही थी. दरअसल, जनप्रतिनिधि कानून के मुताबिक, अगर सांसदों और विधायकों को किसी भी मामले में 2 साल से ज्यादा की सजा हुई हो तो ऐसे में उनकी सदस्यता (संसद और विधानसभा से) रद्द हो जाएगी.

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रॉबर्ट वाड्रा-फाइल फोटो
रॉबर्ट वाड्रा-फाइल फोटो

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बड़ा झटका लगा है. उनकी संसद सदस्यता रद्द हो गई है. दरअसल, सूरत कोर्ट ने मानहानि मामले में गुरुवार को राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई थी. राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद थे. कोर्ट के इस फैसले के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोपों का दौर भी शुरू हो गया है. बाकी सियासी पार्टियां भी राहुल गांधी और कांग्रेस के साथ खड़ी नजर आ रही हैं. इस बीच प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने अपने फेसबुक पोस्ट में राहुल गांधी के पक्ष में प्रतिक्रिया जाहिर की है. 

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उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'मैं न्यायपालिका द्वारा दिए गए फैसले से स्तब्ध हूं. राहुल गांधी कोई अपनी निजी लड़ाई नहीं लड़ रहे थे, जनता से जुड़े सवाल उठा रहे थे, करप्शन पर सवाल कर रहे थे और जब सरकार को कोई जवाब नहीं सुझा तो उनकी आवाज़ खामोश करने के लिए उनकी सदस्य्ता रद्द कर दी गई. मगर हमें कोई डर या अफ़सोस नहीं है, राहुल जनता के बीच जाएंगे और जनता से जुड़े ये सारे मुद्दे लगातार उठाते रहेंगे. ये उनकी कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है, देश के लिए लड़ रहे है और लड़ते रहेंगे. जब कोर्ट ने खुद तीस दिन का समय अपील के लिए दिया है तो फिर अगले ही दिन उनकी सदस्य्ता रद्द कर देना साफ दिखाता है कि ये सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक प्रतिशोध है. हम हाई कोर्ट भी जाएंगे और जनता के बीच भी.'

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2 साल से ज्यादा की सजा पर सदस्यता रद्द
बता दें कि सूरत कोर्ट के फैसले के बाद से ही राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता पर तलवार लटक रही थी. दरअसल, जनप्रतिनिधि कानून के मुताबिक, अगर सांसदों और विधायकों को किसी भी मामले में 2 साल से ज्यादा की सजा हुई हो तो ऐसे में उनकी सदस्यता (संसद और विधानसभा से) रद्द हो जाएगी. इतना ही नहीं सजा की अवधि पूरी करने के बाद छह वर्ष तक चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य भी होते हैं.

राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होते ही अब केरल में खाली हुई वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर मंथन शुरू हो गया है. चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक वायनाड लोकसभा क्षेत्र में उपचुनाव का कार्यक्रम अप्रैल में घोषित हो सकता है. EC ने वायनाड में उपचुनाव को लेकर चर्चा शुरू कर दी है. 

अमेठी में 55 हजार से ज्यादा वोटों से हार गए थे राहुल
राहुल गांधी अमेठी में तीन बार सांसद रहे लेकिन स्मृति ईरानी की चुनौती के बाद वह अपने गढ़ को ही नहीं बचा पाए. राहुल पहली बार 2004 में सांसद बने. इसके बाद 2009 में 3,50,000 से भी ज्यादा मतों से उन्होंने अपनी जीत सुनिश्चित की. इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने राहुल को खुली चुनौती दी. राहुल ने इस चुनाव में बाजी मार ली. राहुल को इस चुनाव में 408,651 वोट मिले, वहीं स्मृति ईरानी को 300,748 वोट मिले. उन्होंने स्मृति को 1,07,000 वोटों के अंतर से हराया.

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इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को चुनौती दी और इस बार उन्होंने बाजी उलट दी. उन्होंने कांग्रेस से उसका गढ़ छीन लिया. स्मृति ईरानी ने तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष को 55 हजार 120 मतों के अंतर से हरा दिया. इस चुनाव में स्मृति को चार लाख 67 हजार 598 मत मिले जबकि कांग्रेस अध्यक्ष को चार लाख 12 हजार 867 वोट मिले.
 

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