विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन से सीमा विवाद के मुद्दे पर कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया. जयशंकर ने कहा कि एलएसी पर आज तक के इतिहास की सबसे बड़ी सेना की तैनाती की गई है. इस सेना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही भेजा है, न कि राहुल गांधी ने.
समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में जब एस जयशंकर से पूछा गया कि कांग्रेस आरोप लगाती है कि आप और पीएम मोदी चीन का नाम लेने से डरते हैं. इस पर जयशंकर ने कहा, C H I N A, मैं चीन का नाम ले रहा हूं.
एलएसी पर सेना को किसने भेजा?
जयशंकर ने कहा, अगर हम डरते हैं तो एलएसी पर भारतीय सेना को किसने भेजा. राहुल गांधी ने उन्हें नहीं भेजा, बल्कि नरेंद्र मोदी ने भेजा है. एस जयशंकर ने कहा कि चीन सीमा पर आज तक के इतिहास की सबसे बड़ी सेना की तैनाती की गई है. उन्होंने कहा कि मैं चीन का नाम लेता हूं. देखिए मैं चीन का नाम ले रहा हूं.
राहुल ने कहा था- पीएम मोदी चीन का नाम लेने से डरते हैं
चीन और भारत के बीच मई 2020 से सीमा को लेकर विवाद चल रहा है. 2020 में गलवान में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. चीन को भी काफी नुकसान पहुंचा था. हालांकि, चीन पर जानकारी छिपाने का आरोप लगता रहा है. इसके बाद से कांग्रेस चीन के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरती रही है. कांग्रेस का आरोप है कि पीएम मोदी चीन का नाम तक नहीं लेते. यहां तक कि राहुल गांधी ने यहां तक कह दिया था कि पीएम मोदी चीन का नाम लेने से डरते हैं.
पिछले साल अरुणाचल के तवांग में भी चीनी सेना और भारतीय जवानों के बीच झड़प हुई थी. दरअसल, चीनी सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र में अतिक्रमण की कोशिश की थी. इसके बाद भारतीय सेना ने उन्हें खदेड़ दिया था. इसे लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में बयान भी दिया था.
हालांकि, इसे लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा था. कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चीन को लेकर बहस से 'भागने' का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि इस मुद्दे पर जवाब प्रधानमंत्री मोदी को देना चाहिए न कि रक्षा मंत्री को.