राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर लगाए भ्रष्टाचार के मसले पर सचिन पायलट ने एक बार फिर से हमला बोला है. बाड़मेर में सचिन पायलट ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहूंगा. भले ही कुछ लोगों को अच्छा लगे या बुरा लगे. भ्रष्टाचार समाज को दीमक की तरह खाए जा रहा है और हम सब को इसके खिलाफ लड़ना चाहिए.
गौरतलब है कि वसुंधरा राजे के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार की जांच को लेकर धरना देने पर कांग्रेस के कई नेताओं ने सचिन पायलट के खिलाफ नाराज़गी जताई थी.
उधर, शनिवार यानी आज बाड़मेर में वन मंत्री हेमाराम चौधरी के बेटे की याद में वीरेंद्र धाम हॉस्टल के उद्घाटन के मौके पर सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान में जब पेपर लीक होता है तो तकलीफ होती है, क्योंकि युवाओं कासपना बर्बाद होता है. हमें इसे रोकना होगा.
पहलवानों पर भी बोले पायलट
पूर्व उप मुख्यमंत्री पायलट ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर बैठे पहलवानों पर बोलते हुए कहा, आज देश के लिए मेडल लाने वाले सड़क पर संघर्ष कर रहे हैं. यह समय हम सब के लिए उनके साथ खड़े होने का है. केंद्र की सरकार इंसाफ़ नहीं दे रही है. बाड़मेर में आज पायलट की रैली में भीड़ के सारे रिकॉर्ड टूट गए. भीषण गर्मी में बड़ी संख्या में लोग आए.
आख़िर क्यों संघर्ष करना पड़ रहा है?
सचिन पायलट ने कहा कि जब तक किसान का बेटा कुर्सी पर नहीं बैठेगा तब तक गरीबों और किसानों के हक़ में फ़ैसला नहीं हो पाएगा. पायलट ने कहा कि युवाओं को मौक़ा देने की ज़रूरत है. बिना नाम लिए सरकार पर हमला बोला और कहा कि पंजाब के प्रभारी पूर्व मंत्री हरीश चौधरी कह रहे थे कि आज अपनी सरकार में संघर्ष करना पड़ रहा है तो सवाल उठता है कि आख़िर क्यों संघर्ष करना पड़ रहा है?
'मेरे हाथ में नहीं....'
पायलट ने अपनी जाति को लेकर और जन्मस्थान को लेकर उठाए जाने वाले विवादों पर भी बोलते हुए कहा, मेरे हाथ में नहीं है कि मैं कहां जन्म लूं और किस जगह पर लूं. मगर जब मैंने आंखें खोली तो देखा कि कहां के लोगों से मेरा रिश्ता है, यह मायने रखता है.
पायलट ने कहा के बाड़मेर में खान है. तेल है. इसके बाद भी ग़रीबी क्यों है? सरकारें ध्यान नहीं देती हैं, जिसकी वजह से बेरोज़गारी है. रेगिस्तान और तेल से दुबई बन सकता है तो फिर बाड़मेर इतना पिछड़ा हुआ क्यों है?
इस मौके पर सचिन पायलट के साथ राजस्थान के 25 से ज़्यादा विधायक बाड़मेर में मौजूद थे. इनमें से ज़्यादातर मंत्रियों और विधायकों ने सचिन पायलट को ज़िम्मेदारी देने की मांग की.
मंत्री राजेन्द्र गुढा ने कहा कि सचिन पायलट सभी समाजों के नेता हैं और पूरे राजस्थान में लोकप्रिय हैं. राजस्थान इनका इंतज़ार कर रहा है. मंत्री मुरारीलाल मीणा ने कहा कि आज जो लाखों की संख्या में भीड़ आई है. दिल्ली भी देख रहा होगा कि सचिन पायलट की क्या ताक़त है.
हेमाराम चौधरी ने बोलते हुए कहा, मैं जिसके साथ रहता हूं, उसी के साथ रहता हूं. भले ही इसके लिए कोई भी क़ीमत क्यों न चुकानी पड़े. पहले भी कई बार मुझे कई तरह के लालच दिए गए, मगर मेरी वफ़ादारी हमेशा एक के साथ रही है. चौधरी ने ऐलान किया कि वह अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे. मगर आज की इस रैली में सभी ने हाथ उठाकर प्रस्ताव पारित करवाया है कि हेमाराम चौधरी को फिर से चुनाव लड़ाया जाएगा.