बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी छोड़कर टीएमसी में वापसी कर रहे नेताओं को लेकर बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि जो लोग बिना त्याग के सत्ता में रहना चाहते हैं, उनसे बीजेपी छोड़ने के लिए कहा जाएगा.
शुक्रवार को मुकुल रॉय की टीएमसी में वापसी पर दिलीप घोष ने कहा था कि उनके जाने से पार्टी पर असर नहीं पड़ेगा. घोष ने ट्विटर पर लिखा था, कुल लोगों की आदत में पार्टी बदलना होता है.अगर कोई बीजेपी में रहना चाहता है तो उसे त्याग करना पड़ेगा. जो लोग केवल सत्ता में बने रहना चाहते हैं वो बीजेपी में नहीं रह सकते. हम ऐसे लोगों को पार्टी में नहीं रखेंगे.
पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व सांसद अनुपम हजारा ने भी घोष के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि जो इस घड़ी में पार्टी के साथ खड़े नहीं हो सकते हैं जब पार्टी के कार्यकर्ताओं पर टीएमसी हमले कर रही है, वो बेघर हो रहे, वो पार्टी छोड़ने के लिए स्वतंत्र हैं. हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए राजीव बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उनके जैसे नेता टीएमसी की जीत के बाद उसकी प्रशंसा करने लगे. ऐसे लोगों की बीजेपी में जरूरत नहीं है. मुकुल रॉय के टीएमसी में जाने के बाद बनर्जी ने टीएमसी के महासचिव कुणाल घोष से मुलाकात की थी. हालांकि दोनों ने इसे शिष्टाचार भेंट बताया था.
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अनुपम हजारा ने कहा कि 'दिलीप दा सही कह रहे हैं, जो लोग चुनाव से पहले बीजेपी में केवल पावर के लिए आए थे अब वे लोग ममता बनर्जी से टीएमसी में आने की इच्छा जता रहे हैं. ऐसे लोगों की बीजेपी को जरूरत नहीं है.' हजारा ने पहले कहा था कि चुनावों के दौरान भाजपा की राज्य इकाई में लॉबी की राजनीति चल रही थी, और सिर्फ एक या दो नेताओं को जिम्मेदारी दी गई थी, बाकियों की अनदेखी की गई. हजारा ने इस बात पर जोर दिया कि वह बीजेपी को अपना समर्थन देना जारी रखेंगे.