उत्तराखंड के हरिद्वार में बीते 17 से 19 दिसंबर को धर्म संसद का आयोजन हुआ था. जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी की अध्यक्षता में आयोजित इस धर्म संसद में साधु-संतों ने हिंदुत्व को लेकर विवादित और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाते हुए कई भाषण दिए.
अब इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने इसे अल्पसंख्यकों के खिलाफ नहीं, बल्कि सनातन धर्म के खिलाफ बताया है.
धर्म संसद में साधु-संतों ने हिंदुत्व को लेकर जो विवादित भाषण दिए थे. इस मामले पर सलमान खुर्शीद ने कहा कि हरिद्वार में हुई सभा में जो किया गया वह अल्पसंख्यकों के खिलाफ नहीं, बल्कि सनातन धर्म के खिलाफ है. हम नेक विश्वास और निडरता के साथ एकजुटता से खड़े हैं. भारत को चाहिए कि हम स्वयं से पहले दूसरों की सेवा करें. हम पाप से घृणा करते हैं, पापियों से नहीं.
बता दें कि धर्म संसद को लेकर देश-विदेश से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. जहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि हिंदुत्ववादी हमेशा नफरत और हिंसा फैलाते हैं. जबकि हिंदू- मुसलमान- सिख और ईसाई इसकी कीमत चुकाते हैं. लेकिन अब और नहीं.
वहीं विदेशों से भी इस मामले को लेकर प्रतिक्रया आई है. इसके साथ ही विवादित भाषणों के वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं.