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UP Election Result: समाजवादी पार्टी की जीत पर पड़ोसी से लगाई शर्त, हार के बाद देनी पड़ी बाइक

UP Election Result: यूपी विधानसभा चुनाव कौन जीतेगा इसे लेकर बांदा में दो लोगों ने शर्त लगाई. एक ने कहा कि शर्त हारा तो ऑटो दे दूंगा जबकि दूसरे ने अपनी बाइक दांव पर लगा दी. इतना ही नहीं एक पक्ष ने शर्त हारने अपनी बाइक दे दी.

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बाइक और ऑटो की शर्त लगाने वाले पड़ोसी
बाइक और ऑटो की शर्त लगाने वाले पड़ोसी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • राजनीतिक चर्चा के दौरान बातों-बातों में लगी शर्त
  • समाजवादी पार्टी गठबंधन सिर्फ 125 सीटें जीत सका

UP Election Result: उत्तर प्रदेश में चुनाव को लेकर लोगों में इतनी उत्सुकता थी, ये बात इससे साफ जाहिर होती है कि लोगों ने चुनाव में प्रत्याशियों की हार-जीत पर शर्त लगा दी. अब ताजा मामला यूपी के बांदा का है. यहां तिंदवारी विधानसभा के बसहरी गांव के दो पक्षों ने अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ की जीत पर अपने-अपने दावे करते हुए शर्त लगाई थी. बता दें कि शर्त में दोनों पक्षों ने बाइक और ऑटो की शर्त लगाई.

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बता दें कि जिन लोगों ने शर्त लगाई, वह दोस्त और पड़ोसी भी हैं. लेकिन शर्त के नियम ऐसे कि बाकायदा 100 रुपये के स्टाम्प में लिखा पढी भी हुई. गांव के आधे दर्जन लोगों के साइन कराए गए. लेकिन जब 10 मार्च को योगी सरकार को बहुमत मिला, तो सपा समर्थक ने अपनी बाइक भाजपा समर्थक को दे दी. इतना ही नहीं बाइक उसके नाम करवा दी. 

बाइक से चलती थी रोजी रोटी

सपा समर्थक अवधेश कुशवाहा ने बताया कि चुनावी चर्चा चल रही थी, अचानक बातों-बातों में पड़ोस के रहने वाले भाजपा समर्थक से शर्त रख ली, शर्त यह थी कि अखिलेश की सरकार बनेगी तो वो अपनी ऑटो मुझे देगा और योगी सरकार बनेगी तो मैं अपनी बाइक उसे दूंगा. जब भाजपा की सरकार बन गई तो मैंने अपनी बाइक शर्त हारने पर दे दी. मैं इस बाइक से गांव-गांव जाकर बिजली का सामान बेचता था, बाइक चली जाने से धंधा भी बंद है. 

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शर्त के दौरान स्टांप पेपर पर लिखापढ़ी भी हुई

2024 में भी शर्त लगाने के तैयार हूं


वहीं भाजपा समथर्क बृजकिशोर सैनी ने बताया कि गांव में राजनीतिक परिचर्चा के दौरान सपा समर्थक ने शर्त रख दी, तो मैंने भी शर्त स्वीकर की और अपना ऑटो दांव पर लगा दिया. इसी से मेरा परिवार चलता है. अब भाजपा सरकार बन गई तो उसने स्वेच्छा से बाइक दे दी. उन्होंने कहा कि हमारी भाजपा सरकार ने इतना काम किया कि दोबारा सरकार बनना तय था. मैं 2024 में भी शर्त लगाने को तैयार हूं.

शर्त हारने पर बाइक देने के लिए कहा

सपा समर्थक की मां रानी ने बताया कि बात की जुबान होती है, मेरे बेटे ने शर्त रखी और हार गया, मैंने तत्काल बाइक पड़ोसी को देने के लिए कहा. जुबान की कीमत बहुत बड़ी होती है. रोजगार बंद होने पर उन्होंने कहा कि आगे जो भी होगा देखेंगे, लेकिन बात से पलटे नही हैं. (इनपुट-सिद्धार्थ गुप्ता)

 

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