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सपा ने किया MLC उम्मीदवारों के नामों का ऐलान, बाराबंकी से राजेश यादव और वाराणसी से उमेश कुमार पर लगाई मुहर

UP MLC Election News: उत्तर प्रदेश की 36 विधान परिषद (UP Vidhan Parishad) सीटों के लिए मतदान 9 अप्रैल को होना है और नतीजे 12 अप्रैल को आएंगे. सूबे में विधान परिषद की कुल 100 सीटें हैं.

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विधान परिषद में 6 साल के लिए सदस्य चुने जाते हैं. (सांकेतिक)
विधान परिषद में 6 साल के लिए सदस्य चुने जाते हैं. (सांकेतिक)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • यूपी में 36 सीटों पर होना है विधान परिषद चुनाव
  • यूपी विधान परिषद में हैं 100 सीटें

UP MLC Election News:  समाजवादी पार्टी ने बुधवार रात उत्तर प्रदेश विधान परिषद् (UP Vidhan Parishad) चुनाव के लिए और उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है. सपा ने बाराबंकी से राजेश यादव, जौनपुर से मनोज कुमार, वाराणसी से उमेश कुमार और पीलीभीत शाहजहांपुर से अमित यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है. 

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इसके अलावा पार्टी ने प्रतापगढ़ से विजय बहादुर यादव, आगरा-फिरोजाबाद से दिलीप सिंह यादव, गोरखपुर-महाराजगंज से रजनीश यादव, झांसी जालौन ललितपुर से श्याम सुंदर सिंह, लखनऊ उन्नाव से सुनील कुमार सिंह साजन, बस्ती सिद्धार्थनगर से संतोष यादव सनी, रायबरेली से वीरेंद्र शंकर सिंह, फैजाबाद से हीरालाल यादव, आजमगढ़ मऊ से राकेश कुमार यादव  'गुड्डू', मथुरा-एटा-कासगंज से उदयवीर सिंह और रामपुर बरेली से मसकूर अहमद को प्रत्याशी बनाया गया. 

इससे पहले सपा ने चर्चित डॉक्टर कफील खान को देवरिया से अपना उम्मीदवार बनाया. वहीं, कौशाम्बी सीट से पार्टी ने वासुदेव यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है.   

यूपी में बुधवार को MLC चुनाव नामांकन की तारीख बढ़ा दी गई है. अब 19 मार्च की जगह 21 मार्च तक प्रत्याशी अपना पर्चा दाखिल कर सकेंगे. 36 सीटों पर होने वाले विधान परिषद चुनावों के लिए नामांकन 15 मार्च से शुरू हुआ है. इन सीटों के लिए 9 अप्रैल को चुनाव होना है और नतीजे 12 अप्रैल को आएंगे.  

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यूपी में विधान परिषद का प्रारूप 

विधान परिषद में 6 साल के लिए सदस्य चुने जाते हैं. यूपी में परिषद की कुल 100 सीटें हैं. अलग-अलग तरीके से चुनकर पहुंचते हैं. 100 में से 36 सीटें स्थानीय निकायों के प्रतिनिधि चुनते हैं. इसके अलावा कुल 100 सीटों में से 1/12 यानी 8-8 सीटें शिक्षक और स्नातक क्षेत्र के लिए आरक्षित हैं. वहीं, 10 अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों को राज्यपाल विधान परिषद के रूप में मनोनीत करते हैं. बाकी बची 38 सीटों पर विधानसभा के विधायक वोट करते हैं और विधान परिषद के विधायक चुनते हैं.  

SP के पास फिलहाल बहुमत

उत्तर प्रदेश विधान परिषद में कुल 100 सदस्य हैं, जिनमें बहुमत के लिए 51 का आंकड़ा चाहिए.  उच्च सदन में 48 सीटों के साथ सपा बहुमत में है जबकि बीजेपी के पास 36 सदस्य हैं. हालांकि, विधानसभा चुनाव के दौरान सपा के 8 सदस्यों ने  बीजेपी का दामन थाम लिया था. वहीं, बसपा के एक एमएलसी भी बीजेपी में पहुंच गए.    

 

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