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संबित पात्रा बोले- भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को लेकर राजनीति करना ठीक नहीं

संबित पात्रा ने कहा कि चुनाव का माहौल है. कुछ ऐसे मसले हैं जो चुनाव से ऊपर होते हैं. तीन राज्य पंजाब, छत्तीसगढ़ और केरल ने कहा है कि वे कोवैक्सीन का अपने राज्य में इस्तेमाल नहीं करेंगे. ये केवल राजनीति है. 

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संबित पात्रा ने साधा निशाना (फाइल फोटो)
संबित पात्रा ने साधा निशाना (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • संबित पात्रा ने विरोधियों पर साधा निशाना
  • पात्रा बोले- कोरोना वैक्सीन पर राजनीति नहीं
  • पीएम मोदी ने भी लगवाई थी यही वैक्सीन

भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन को लेकर कई राज्य अब भी सशंकित हैं. बीजेपी नेता संबित पात्रा ने विपक्षी दलों द्वारा कोवैक्सीन पर सवाल खड़े किए जाने को लेकर आपत्ति जाहिर की है. संबित पात्रा ने कहा कि चुनाव का माहौल है. कुछ ऐसे मसले हैं जो चुनाव से ऊपर होते हैं. कोरोना वैक्सीन को लेकर जिस तरीके से राजनीति हो रही है, ये ठीक नहीं है. तीन राज्य पंजाब, छत्तीसगढ़ और केरल ने कहा है कि वे कोवैक्सीन का अपने राज्य में इस्तेमाल नही करेंगे. ये केवल राजनीति है. 

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पात्रा ने कहा कि कल (गुरुवार) को ही भारत बायोटेक ने बताया था कि इस वैक्सीन का प्रभाव कितना ज्यादा है, फिर भी कांग्रेस शासित इन तीनों राज्यों ने कोवैक्सीन लगाने से मना कर दिया. इस तरह की राजनीति एक संशय को बताती है. ऐसे वक्त में सभी को एक साथ रहना चाहिए. लेकिन कांग्रेस इस पर संशय और राजनीति कर रही है. ये बहुत दुखद है. 

उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं क्या हमारे देश के वैज्ञानिकों पर भरोसा नहीं है? 40 देशों ने कोवैक्सीन की मांग की है, विदेशों में तो इसकी जबरदस्त मांग हो रही है. लेकिन कांग्रेस इस पर सियासत कर रही है. पश्चिम बंगाल और झारखंड ने भी कोवैक्सीन पर संदेह जताया है. ये बहुत ही शर्मनाक है.

जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक मार्च को कोवैक्सीन की पहली डोज लगवाई है. पीएम मोदी ने दिल्ली के एम्स में कोवैक्सीन का डोज लिया था. इतना ही नहीं भारतीय कंपनी भारत बायोटेक ने भी कोवैक्सीन का ट्रायल रिजल्ट जारी कर दिया है. तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल नतीजों में कंपनी ने इसे 81 फीसदी प्रभावी बताया है. 

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विपक्ष द्वारा इस वैक्सीन को मंजूरी दिए जाने पर काफी सवाल खड़े किए गए थे, साथ ही वैक्सीन की गंभीरता पर भी निशाना साधा गया था. इतना ही नहीं, भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट के बीच भी वैक्सीन को लेकर विवाद हुआ था.

वहीं भारत बायोटेक ने ट्रायल नतीजे साफ करते हुए कहा कि तीसरे फेज के क्लिनिकल ट्रायल में 25,800 वॉलंटियर शामिल थे. किसी वैक्सीन पर भारत में हुआ यह अब तक का सबसे बड़ा ट्रायल बताया गया है. 

कोवैक्सीन के ट्रायल के बाद भारत बायोटेक की तरफ से कहा गया, ‘आज के तीसरे फेज के ट्रायल किए गए हैं. पहले, दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल में 27,000 वॉलंटियर्स शामिल रहे.’

सोमवार से शुरू हुआ वैक्सीनेशन 2.0 

सोमवार को भारत में वैक्सीनेशन 2.0 का आगाज हुआ है. इसके तहत 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को वैक्सीन दी जा रही है, साथ ही 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले (20 गंभीर बीमारी वाले) लोगों को वैक्सीन दी जाएगी. 

बता दें कि देश के करीब 10 हजार सरकारी सेंटर्स पर मुफ्त में वैक्सीन मिल रही है, जबकि प्राइवेट सेंटर्स पर ये वैक्सीन 250 रुपये प्रति डोज के हिसाब से दी जाएगी.
 

 

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