शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है. अकाली दल के NDA से अलग होने पर पर संजय राउत ने कहा कि जिस गठबंधन में शिवसेना और अकाली दल नहीं हैं, मैं उसको NDA नहीं मानता हूं.
संजय राउत ने कहा कि NDA के मजबूत स्तंभ शिवसेना और अकाली दल थे. शिवसेना को मजबूरन NDA से बाहर निकलना पड़ा, अब अकाली दल निकल गया. NDA को अब नए साथी मिल गए हैं, मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं. जिस गठबंधन में शिवसेना और अकाली दल नहीं हैं मैं उसको NDA नहीं मानता.
संजय राउत का ये बयान देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बाद आया है. उन्होंने कहा कि मैं कुछ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए शनिवार को देवेंद्र फडणवीस से मिला था. वो पूर्व सीएम हैं. इसके अलावा महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता हैं. हमारे बीच वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन हम दुश्मन नहीं हैं. सीएम उद्धव ठाकरे हमारी बैठक के बारे में जानते थे.
इधर, देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि संजय राउत से मेरी मुलाकात के कोई भी राजनीतिक मायने नहीं हैं. संजय राउत 'सामना' के लिए मेरा इंटरव्यू लेना चाहते थे और उसी के लिए हम मिले. सत्ता स्थापना के लिए शिवसेना के साथ हमारी कोई भी चर्चा नहीं चल रही है.
बता दें कि कृषि बिल के विरोध में शिरोमणि अकाली दल ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से 22 साल पुराना नाता तोड़ लिया है. शिरोमणि अकाली दल की ओर से काफी वक्त पहले से ही मोदी सरकार के जरिए लाए गए कृषि बिलों का विरोध किया जा रहा है.
विरोध के चलते अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने पहले ही केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा सौंप दिया था. हालांकि, तब अकाली दल ने एनडीए सरकार को समर्थन जारी रखने का ऐलान किया था. लेकिन अब अकाली दल ने कृषि बिल के विरोध में एनडीए से अलग होने का फैसला लिया है.