प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच लंबे समय से तकरार चल रही है. दोनों की राहें वैचारिक और राजनीतिक रूप से मेल नहीं खा रही हैं. लेकिन सपा संस्थापक मुलायम यिंह यादव के निधन के बाद से जमीन पर समीकरण फिर बदले हैं. दोनों अखिलेश और शिवपाल को एक मंच पर भी देखा गया है और दोनों के रिश्तों में कुछ नरमी भी आई है. ऐसे में अटकलें लग रही हैं कि क्या एक बार फिर शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी में शामिल हो जाएंगे?
शिवपाल ने सपा वापसी पर क्या कहा?
अब जब मीडिया ने ये सवाल शिवपाल यादव से पूछा तो उन्होंने कहा कि वे सही रोल का इंतजार कर रहे हैं. शिवपाल यादव ने कहा कि मैं एक रोल का इंतजार कर रहा हूं. वर्तमान में हम सभी नेताजी के जाने से दुखी हैं. नेता जी का जन्मदिन भी आने वाला है. हर साल हम उनका जन्मदि मनाते थे. अब शिवपाल का ये कहना कि वे किसी रोल का इंतजार कर रहे हैं दिखाता है कि उनकी तरफ से सपा वापसी वाले दरवाजें बंद नहीं किए गए हैं.
क्यों आई थी चाचा-भतीजे में दूरी?
वैसे इस साल हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव भी शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव के साथ मिलकर लड़े थे. वे जसवंतनगर की सीट से जो चुनाव जीते भी थे, वो सपा की टिकट पर था. लेकिन चुनाव में क्योंकि सपा की करारी हार हुई तो जमीन पर समीकरण फिर बदले और चाचा-भतीजा एक दूसरे से दूर हो गए. विवाद इसलिए भी ज्यादा बढ़ गया क्योंकि सपा ने जब अपने विधायकों की चुनाव के बाद बैठक बुलाई थी, उसमें शिवपाल यादव को न्योता नहीं दिया गया, ऐसे में रिश्तों में फिर दरार आना शुरू हो गया.
खैर मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद चाचा-भतीजे की जोड़ी फिर करीब आई है. अब ये करीबी क्या शिवपाल यादव को समाजवादी पार्टी में वापस ले आएगी, ये आने वाला समय बताएगा. अभी के लिए शिवपाल यादव कह रहे हैं कि वे नेताजी के सिद्धांतों पर चल अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी को जमीन पर मजबूत करने का काम करेंगे.