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सोनिया गांधी इलाज के लिए राहुल के साथ विदेश रवाना, मॉनसून सत्र के पहले चरण में नहीं लेंगी हिस्सा

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इलाज के लिए विदेश जा रही हैं. सोनिया गांधी सोमवार से शुरू हो रहे संसद के मॉनसून सत्र के पहले चरण में भाग नहीं लेंगी. उनके साथ राहुल गांधी भी जा रहे हैं. राहुल गांधी अगले हफ्ते तक लौट आएंगे.

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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी (फाइल फोटो-पीटीआई)
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी (फाइल फोटो-पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सोनिया गांधी इलाज के लिए राहुल के साथ विदेश रवाना
  • संसद के मॉनसून सत्र के पहले चरण में भाग नहीं लेंगी
  • शुक्रवार को पार्टी में संगठनात्मक फेरबदल हुआ था

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इलाज के लिए विदेश जा रही हैं. सोनिया गांधी सोमवार से शुरू हो रहे संसद के मॉनसून सत्र के पहले चरण में भाग नहीं लेंगी. उनके साथ राहुल गांधी भी जा रहे हैं. राहुल गांधी अगले हफ्ते तक लौट आएंगे.

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बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी ने संसदीय रणनीति समूह के साथ बैठक की है, जिसमें उन मुख्य मुद्दों को उठाया है जो राष्ट्र को प्रभावित कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने दोनों सदनों में बेहतर समन्वय के लिए स्पष्ट निर्देश दिए हैं.

इससे पहले शुक्रवार को कांग्रेस में बड़ा संगठनात्मक फेरबदल किया गया था. इस फेरबदल में सबसे बड़ा फायदा राहुल गांधी के वफादार रणदीप सिंह सुरजेवाला को हुआ है. सुरजेवाला अब कांग्रेस अध्यक्ष को सलाह देने वाली उच्च स्तरीय छह सदस्यीय विशेष समिति का हिस्सा हैं.

साथ ही सुरजेवाला को कांग्रेस का महासचिव भी बनाया गया है. मधुसूदन मिस्त्री को केंद्रीय चुनाव समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. प्रियंका गांधी को यूपी का प्रभारी बनाया गया है. इसके अलावा केसी वेणुगोपाल को संगठन की जिम्मेदारी दी गई है.

सोनिया गांधी ने संगठनात्मक मामलों में सहायता के लिए एक छह सदस्यीय विशेष समिति का गठन भी किया है. एके एंटनी, अहमद पटेल, अंबिका सोनी, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक और रणदीप सुरजेवाला विशेष समिति के सदस्य होंगे. विशेष समिति के ये 6 सदस्य संगठनात्मक और संचालन मामलों में सोनिया गांधी की सहायता करेंगे.

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चुनौतीपूर्ण होने वाला है सत्र

बता दें कि संसद के मानसून सत्र की शुरुआत सोमवार से होने वाली है. कोरोना महामारी के कारण संसद के सत्र में इस बार सब कुछ बदला-बदला सा नजर आने वाला है. इसके साथ ही ये चुनौतीपूर्ण भी होने वाला है. लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला भी मानते हैं कि ये सत्र चुनौतीपूर्ण होने वाला है.

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