स्वामी प्रसाद मौर्य (swami prasad maurya) ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में सपा गठबंधन की हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ दिया है. मौर्य का दावा है कि समाजवादी पार्टी बैलट पेपर वोटिंग में आगे थी, जिसका मतलब है कि EVM से छेड़छाड़ हुई थी. क्या मौर्य अब करहल विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे? इसपर भी मौर्य ने जवाब दिया है.
आजतक से बातचीत में समाजवादी पार्टी के सहयोगी स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ा. मौर्य ने कहा, 'बैलट पेपर वोटिंग में समाजवादी पार्टी आगे रही इसका मतलब है ईवीएम को लेकर के छेड़छाड़ हुई है. बैलेट पेपर पर हुई वोटिंग बताती है कि असली चुनाव कैसे हुआ, ईवीएम को लेकर के सवाल बरकरार है.'
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बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी का दामन छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे. वह फाजिलनगर विधानसभा से चुनाव लड़े थे, लेकिन उनकी हार हुई. यहां बीजेपी के Surendra Kumar Kushwaha ने Swami Prasad Maurya को 45 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था.
क्या रहे यूपी चुनाव के नतीजे
यूपी चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी ने 273 सीटें हासिल कीं. वहीं समाजवादी पार्टी के गठबंधन ने 125 सीटों पर विजय प्राप्त की. मायावती की बहुजन समाज पार्टी सिर्फ एक सीट हासिल कर सकी. इसके अलावा कांग्रेस को 2 सीट मिली हैं. दो ही सीटें अन्य के खाते में आई हैं. बता दें कि यूपी में सात चरणों में विधानसभा चुनाव हुए थे. 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आए थे.
क्या करहल से चुनाव लड़ेंगे स्वामी प्रसाद मौर्य?
चर्चा है कि अखिलेश यादव करहल विधानसभा सीट से इस्तीफा देकर आजमगढ़ से सांसद बने रह सकते हैं. इस बीच खबर है कि अखिलेश के इस्तीफे के बाद सपा स्वामी प्रसाद मौर्य को यहां से उम्मीदवार बना सकती है. इसपर जब मौर्य से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि करहल से उपचुनाव लड़ने को लेकर के अभी कोई फैसला नहीं हुआ है.