scorecardresearch
 

लोकसभा स्पीकर से मिले टीएमसी नेता बाबुल सुप्रियो, संसद की सदस्यता से दिया त्याग पत्र

पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने मंगलवार को लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला से मुलाकात की. लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से मुलाकात कर बाबुल सुप्रियो ने संसद की सदस्यता से अपना इस्तीफा सौंप दिया.

Advertisement
X
बाबुल सुप्रियो (फाइल फोटोः पीटीआई)
बाबुल सुप्रियो (फाइल फोटोः पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • इस्तीफा देकर भावुक हुए बाबुल सुप्रियो
  • शुभेंदु अधिकारी को बताया क्रूर राजनीतिज्ञ

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के टिकट पर पश्चिम बंगाल के आसनसोल संसदीय सीट से सांसद निर्वाचित हुए बाबुल सुप्रियो ने संसद की सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने मंगलवार को लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला से मुलाकात की. लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से मुलाकात कर बाबुल सुप्रियो ने संसद की सदस्यता से अपना इस्तीफा सौंप दिया.

Advertisement

संसद की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद मोदी सरकार में मंत्री रहे बाबुल सुप्रियो ने कहा जिस पार्टी के लिए सात साल काम किया, उसकी सांसद सदस्यता छोड़ने पर भावुक हूं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का राजनीति में मौका देने के लिए आभार जताया. बाबुल सुप्रियो ने संसद की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद शुभेंदु अधिकारी को लेकर भी बात की.

बाबुल सुप्रियो ने शुभेंदु अधिकारी से खुलकर सियासी अदावत जाहिर की है. सुप्रियो ने शुभेंदु अधिकारी को लेकर कहा कि बतौर राजनीतिज्ञ वो मेरे लिए बहुत क्रूर हैं. उन्होंने कहा कि मेरे दिल पर जो लगा, उस पर क्या कहें? जहां दिल नहीं लगा वहां नहीं रहा. बाबुल सुप्रियो ने कहा कि अपनी जिंदगी का निर्णय लेने का मुझे हक है. गौरतलब है कि बाबुल सुप्रियो पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सदस्यता छोड़कर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए थे.

Advertisement

टीएमसी में शामिल होने के बाद बाबुल सुप्रियो ने कहा था कि वे जल्द ही लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे देंगे. बता दें कि बाबुल सुप्रियो पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से सांसद थे. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में पहली बार आसनसोल सीट से निर्वाचित हुए थे. पहली बार सांसद निर्वाचित हुए बाबुल को नरेंद्र मोदी की सरकार में राज्यमंत्री बनाया गया था.

बाबुल सुप्रियो साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी विजयी रहे थे. 2019 में मोदी सरकार 2.0 में भी बाबुल को मंत्री बनाया गया था. इसके बाद बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार के बाद जुलाई महीने में मोदी मंत्रिमंडल का पुनर्गठन हुआ था. तब बाबुल सुप्रियो से भी मंत्री पद से इस्तीफा ले लिया गया था. बाबुल सुप्रियो ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दर्द जाहिर किया था. बाद में बाबुल ने सोशल मीडिया पर ही सियासत से संन्यास का भी ऐलान किया था.

 

Advertisement
Advertisement