तृणमूल कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सोमवार को कई मुद्दों पर मंथन किया गया. इस दौरान कांग्रेस के साथ टीएमसी के संबंधों पर भी चर्चा हुई. बैठक के दौरान तय किया गया कि कांग्रेस अगर टीएमसी से जुड़ती है, तो उसका स्वागत किया जाएगा. बैठक में फैसला लिया गया कि भले ही पार्टी का संविधान ही क्यों न बदलना पड़े, टीएमसी की बीजेपी के खिलाफ जंग जारी रहेगी.
टीएमसी के नेता पवन वर्मा ने आज तक को बताया कि कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी होने के बावजूद अपना दायित्व सही तरीके से नहीं निभा पा रही है. इसीलिए ममता बनर्जी के नेतृत्व में ही बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगर टीएमसी से जुड़ना चाहती है तो इसका स्वागत है. इसके अलावा कार्यकारिणी में तय हुआ कि अगली कार्यकारिणी दिल्ली में होगी.
कार्यकारिणी में फैसला लिया गया कि बीजेपी के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन चलाने की जरूरत है. उसके लिए टीएमसी को राष्ट्रीय पार्टी बनाने की जरूरत है. इसीलिए ममता बनर्जी को अधिकृत किया गया है कि वह इसके लिए जो कर सकती हैं करें. भले ही उसके लिए पार्टी का संविधान बदलने की जरूरत क्यों न हो. साथ ही टीएमसी से मिलती जुलती सोच वाली पार्टियों को एकीकृत करने की योजना भी बनाई गई है.
बता दें कि सोमवार को टीएमसी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक ममता बनर्जी के घर पर हुई. जहां पवन वर्मा, यशवंत सिन्हा, मुकुल संगमा, डेरेक ओ ब्रायन, प्रशांत किशोर, अभिषेक बनर्जी, सुदीप बंदोपाध्याय समेत टीएमसी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए.
ममता ने चार्ल्स पनग्रोप को बनाया AITC मेघालय इकाई का अध्यक्ष
मेघालय में तृणमूल कांग्रेस (TMC) अपना दायरा बढ़ाती जा रही है. लिहाजा ममता बनर्जी ने चार्ल्स पनग्रोप को एआईटीसी (AITC) की मेघालय इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया है. ममता ने इस नियुक्ति पर प्रसन्नता जाहिर की है. बता दे कि पूर्वोत्तर राज्यों में इन दिनों राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है. कुछ दिन पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा समेत कांग्रेस के 12 विधायकों ने टीएमसी का दामन थामा है.