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'और एक दफा दिल्ली चलो', केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान ममता बनर्जी ने किया आह्वान

ममता बनर्जी ने कोलकाता में केंद्र सरकार के खिलाफ दो दिन तक विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान वह करीब 30 घंटे तक धरने पर बैठीं. ममता ने 'और एक दफा दिल्ली चलो' का नारा दिया. साथ ही कहा कि बीजेपी को हराने के लिए सभी विपक्षी दलों को एकजुट होना होगा. ममता ने कहा कि बीजेपी खुद को संत के तौर पर पेश करने की कोशिश कर रही है.

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ममता बनर्जी (फाइल फोटो)
ममता बनर्जी (फाइल फोटो)

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी ने दो दिन यानी 29 और 30 मार्च को केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया. 30 घंटे तक धरना देने के दौरान ममता ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के 'दिल्ली चलो' आह्वान की तर्ज पर 'और एक दफा दिल्ली चलो' का नारा दिया. ममता ने धरना समाप्त करने की घोषणा करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में उनकी मांगों को लेकर टीएमसी अब दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करेगी.

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केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में सभी विपक्षी दलों से जुटने का आह्वान किया था. इसके साथ ही उन्होंने कोलकाता के रेड रोड पर डॉ. बीआर अम्बेडकर की प्रतिमा के सामने  "और एक बार दिल्ली चलो" का नारा दिया. 
 
केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन क्यों कर रही हैं ममता?

ममता बनर्जी ने मनरेगा समेत अन्य योजनाओं के लिए केंद्र की ओर से फंड पर रोक लगाने के विरोध में दो दिन प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम सभी को एकजुट होना होगा. बीजेपी के खिलाफ लड़ना होगा और उसे हराना होगा. जरूरत पड़ने पर हम गैर-बीजेपी शासित राज्यों को धन मुहैया न कराने पर केंद्र की नीतियों के खिलाफ दिल्ली में मार्च करेंगे.

'बीजेपी खुद को संत के रूप में पेश करने की कोशिश कर रही'

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ममता ने कहा कि मैं सोच रही थी कि केंद्र सरकार हमसे संवाद करेगी और हमें सूचित करेगी कि वह हमारे बकाया का भुगतान करेगी. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी (केंद्रीय) एजेंसियों और एजेंसियों द्वारा सरकार चला रही है. बीजेपी सभी विपक्षी दलों को भ्रष्ट और खुद को एक संत के रूप में पेश करने की कोशिश कर रही है.

ममता का आरोप- सभी राज्यों को फंड जारी, बंगाल को छोड़ा


ममता ने दावा किया कि केंद्र ने पश्चिम बंगाल को छोड़कर सभी राज्यों को मनरेगा समेत अन्य योजनाओं के लिए फंड जारी कर दिया है, लेकिन अभी तक सिर्फ पश्चिम बंगाल को ही इससे वंचित रखा गया है. ममता ने कहा कि हम पिछले दो साल से फंड का मुद्दा उठा रहे हैं. इसके लिए मैंने तीन बार पीएम मोदी से मुलाकात की है, ताकि बीजेपी हम पर अहंकारी होने का आरोप न लगा सके. इसके लिए सिर्फ मैं ही नहीं, बल्कि मेरे सांसदों ने भी इसका विरोध किया है. टीएमसी प्रमुख ने कहा कि सभी धर्मों के लोगों को बीजेपी को हराने और देश के गरीबों को बचाने के लिए एकजुट होना होगा.

क्या सिर्फ बीजेपी एक संत है?


टीएमसी प्रमुख ने कहा कि बीजेपी अन्य सभी विपक्षी दलों को भ्रष्ट बताने की कोशिश कर रही है. मैंने विपक्षी दलों को बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया है, इसलिए इन्होंने हमें 'भ्रष्ट' करार दिया है. क्या हम सभी भ्रष्ट हैं, और केवल बीजेपी एक संत है? ममता ने कहा कि बीजेपी इस देश को खत्म कर देगी. 

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अपने ही अधिकारियों पर भी बरसीं ममता

ममता ने राज्य सरकार के कर्मचारियों के एक वर्ग पर भी निशाना साधा, जो केंद्र के बराबर महंगाई भत्ते (डीए) की मांग कर रहे हैं, उन्होंने आरोप लगाया कि जिन्हें वामपंथी शासन के दौरान माकपा नेताओं की सिफारिशों पर नौकरी मिली थी. वह प्रदेश की सत्ता को बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं. उन्होंने कहा कि जिन्हें पश्चिम बंगाल से सब कुछ मिला है, वे अब राज्य सरकार के खिलाफ विरोध कर रहे हैं. मैंने अधिकारियों से उनकी भर्ती फाइलों को देखने के लिए कहा है. वे जनता का पैसा ले रहे हैं और आंदोलन में व्यस्त हैं.

नेताजी ने कब दिया था 'दिल्ली चलो' का नारा?

नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने 5 जुलाई 1943 को सिंगापुर के टाउन हाल के सामने 'दिल्ली चलो' का नारा दिया था. करीब 80 साल पहले नेताजी द्वारा दिए गए नारे की तर्ज पर ही ममता ने 'और एक बार दिल्ली चलो' का नारा दिया है.
 

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