विधानसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी की पार्टी में बगावत तेज होती जा रही है. शुभेंदु अधिकारी के बाद गुरुवार को एक और बागी विधायक ने अपने तेवर दिखा दिए हैं. टीएमसी विधायक जितेन्द्र तिवारी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है.
बता दें कि कुछ ही समय पहले उन्होंने आसनसोल नगर निगम के बोर्ड आफ चेयरपर्सन पद से इस्तीफा दिया था. जितेन्द्र तिवारी फिलहाल पांडेश्वर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. इस इस्तीफे के बाद ही उनके घर पर तोड़फोड़ की खबर भी आ रही है. इस्तीफा देते हुए उन्होंने आरोप लगाया है कि कोलकाता में खूब सारा फंड है लेकिन आसनसोल के विकास के लिए फंड नहीं मिलता.
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अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए तिवारी ने कहा था कि हमें स्मार्ट सिटी से वंचित रखा गया. हमें ठोस कचरा प्रबंधन से भी वंचित रखा गया. हमें कई विकास कार्यों से वंचित रखा गया है. ऐसी स्थिति के बीच काम करना बहुत कठिन हो रहा है इसलिए मैं आसनसोल नगर निगम के प्रशासनिक बोर्ड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं.
ये इस्तीफा ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पार्टी के अंदर बढ़ते बगावती तेवरों की तरफ इशारा कर रहा है. अब चर्चा जोर पकड़ रही रही है कि क्या तिवारी भी शुभेंदु अधिकारी की राह पर जा रहे हैं.
गौरतलब है कि इसके पहले जितेन्द्र तिवारी ने रानीगंज के टीडीबी कालेज तथा गर्ल्स कालेज के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. वहीं जितेन्द्र ने ममता सरकार में मंत्री फिरहाद हाकिम पर आसनसोल क्षेत्र में विकास न कराने का आरोप लगाया था. उसके बाद अब पार्टी के सभी पदों से इस्तीफे ने बंगाल की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है. संभावनाएं जताई जा रही हैं कि जितेन्द्र तिवारी अब बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.