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'बंगाल में ऐसी घटना होती तो भाजपा राष्ट्रपति शासन की मांग करती', महाकुंभ में भगदड़ पर बोले अभिषेक बनर्जी

महाकुंभ में मची भगदड़ को बनर्जी ने दुखद बताया लेकिन यह भी कहा कि प्रबंधन से ज्यादा मार्केटिंग की गई. उन्होंने कहा, "यह बहुत दुखद घटना है. उचित प्रबंधन से ज्यादा कुंभ का प्रचार और मार्केटिंग किया गया है."

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TMC सांसद अभिषेक बनर्जी (फाइल फोटो)
TMC सांसद अभिषेक बनर्जी (फाइल फोटो)

टीएमसी सांसद और पार्टी के शीर्ष नेता अभिषेक बनर्जी ने प्रयागराज स्थित महाकुंभ में मची भगदड़ से निपटने के यूपी सरकार के तरीके की आलोचना के बीच भाजपा नीत केंद्र सरकार और यूपी सरकार पर निशाना साधा. बजट सत्र के लिए दिल्ली आए बनर्जी ने कहा कि अगर बंगाल में ऐसी घटना होती तो भाजपा राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग करती. भगदड़ के अलावा उन्होंने कहा कि उन्हें बजट से कोई उम्मीद नहीं है.

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महाकुंभ में मची भगदड़ को बनर्जी ने दुखद बताया लेकिन यह भी कहा कि प्रबंधन से ज्यादा मार्केटिंग की गई. उन्होंने कहा, "यह बहुत दुखद घटना है. उचित प्रबंधन से ज्यादा कुंभ का प्रचार और मार्केटिंग किया गया है."

बनर्जी ने कहा, "अगर यह घटना गैर-भाजपा शासित राज्यों में हुई होती, तो वे राष्ट्रपति शासन की मांग करते. वे अब तक मरने वालों की संख्या की पुष्टि नहीं कर पाए हैं. गरीबों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है, लेकिन मेले में आने वाले वीआईपी लोगों के लिए व्यवस्था है. मीडिया भी उनकी कठपुतली की तरह काम करता है. अगर गंगा सागर में ऐसा कुछ हुआ होता, तो वे राष्ट्रपति शासन की मांग करते." 

बनर्जी ने यह भी कहा कि कुंभ में स्नान करने गए लोगों की तुलना में अमीर लोगों को बेहतर सुविधा मिलती है. उन्होंने कहा, "बुजुर्ग लोग मेले में आते हैं, लेकिन उन्हें केवल वीआईपी और अमीरों की परवाह है. जब भी नेता वहां आते हैं, तो वे अपना इलाका खाली कर देते हैं. मुझे उम्मीद है कि वे ऐसी घटनाओं से सबक लेंगे. हालांकि, वे ऐसा कभी नहीं करते. उनका मानना ​​है कि उन्होंने देश को खरीद लिया है."

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 केंद्रीय बजट के एक दिन, टीएमसी के शीर्ष नेता अभिषेक बनर्जी ने एनडीए सरकार पर उसके पिछले बजटों को लेकर निशाना साधा. संसद में बजट से पहले दिल्ली रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि उन्हें शनिवार को पेश होने वाले बजट से कोई उम्मीद नहीं है. बनर्जी ने शुक्रवार को कहा, "उन्होंने अपने बजट के जरिए गरीबों या मध्यम वर्ग को राहत नहीं दी है. जब तक यह सरकार सत्ता में है, मुझे बजट से कोई उम्मीद नहीं है. अमीर और अमीर हो रहे हैं. यह एक जनविरोधी सरकार है."

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