ऊर्जा मंत्रालय द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंदर उठाए गए कदमों पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े लोगों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि जो चीज भारत में बन रही है और बन सकती है वो हम आयात नहीं करेंगे और इस पर सभी सहमत भी हैं.
उन्होंने कहा कि हमने आदेश निकाला कि अगर ऊर्जा(पावर) के किसी भी उपकरण का आयात होगा तो पहले हम अपनी लैब में उसकी जांच करेंगे कि कहीं उसमें कोई मैलवेयर या ट्रॉजन तो नहीं है. इसलिए अब आयात करना भी कठिन हो गया है.
बता दें कि 15 अगस्त के अवसर पर अपने संबोधन में पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत अभियान पर जोर दिया था. साथ ही पीएम मोदी ने देश की इकोनॉमी से जुड़े कई अहम ऐलान भी किए थे.
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि आत्मनिर्भर भारत का मतलब सिर्फ आयात कम करना ही नहीं, हमारी क्षमता, रचनात्मकता और स्किल्स को बढ़ाना भी है.
उन्होंने कहा कि अब बुनियादी ढांचा क्षेत्र में अलग-थलग होकर काम करने के युग को समाप्त करने का समय आ गया है. इसके लिए पूरे देश को मल्टी मॉडल संपर्क ढांचागत सुविधा से जोड़ने की एक बहुत बड़ी योजना तैयार की गई है.