उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में बीजेपी को 312 सीटें हासिल हुई थीं. वहीं, 2022 में बीजेपी की सीटों की संख्या घटकर 255 हो गई है. यानी बीजेपी को 57 सीटों का नुकसान हुआ है. वहीं, बीजेपी अगर 2022 में 58 और सीटें जीत जाती तो 313 के आंकड़े के साथ वह 2017 का अपना रिकॉर्ड तोड़ देती. तो बीजेपी को अपना ही रिकॉर्ड तोड़ने के लिए कम से कम कितने वोटों की जरूरत थी? आइए जानते हैं...
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में कई सीटों पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला. कुछ सीटों पर बीजेपी और सपा उम्मीदवारों में कांटे की टक्कर हुई. कई ऐसी सीटें रहीं जहां 250 से लेकर 2000 तक के मामूली वोट कम पाने की वजह से बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा.
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Chandpur, Ram Nagar, Isauli, Dibiyapur, Domariyaganj, Jasrana, Pharenda, Itwa, Ghazipur, Basti Sadar, Bisauli ऐसी सीटें रहीं जहां बीजेपी को 2000 से कम वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा. इनमें Pharenda सीट को छोड़कर बाकी सभी सीटों पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार की जीत हुई.
वहीं, 58 ऐसी सीटें हैं जहां बीजेपी 13155 से या इससे कम वोटों से हार गई. इन सभी सीटों पर अगर बीजेपी को कुल 366752 अधिक वोट मिल गए होते तो बीजेपी और जीते उम्मीदवार का मुकाबला बराबरी का हो गया होता. वहीं, बीजेपी को जीतने के लिए इन सभी सीटों पर एक-एक अधिक वोट चाहिए होते. इस तरह 366,810 अधिक वोट पाकर बीजेपी अपना 2017 का रिकॉर्ड तोड़ सकती थी.
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