उत्तर प्रदेश की 11 और महाराष्ट्र की पांच विधान परिषद सीटों पर चुनाव हुए थे, जिसके नतीजे गुरुवार को घोषित किए गए. . उत्तर प्रदेश में जहां सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की साख दांव पर थी तो वहीं महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के अगुवाई वाली महाविकास अघाड़ी सरकार की यह पहली अग्निपरीक्षा रही.
वाराणसी स्नातक शिक्षक खंड से सपा समर्थित प्रत्याशी लाल बिहारी यादव ने बाजी मारी है. वहीं, बरेली से बीजेपी के हरि सिंह ढिल्लो ने जीत हासिल की है. वह 12 हजार 827 वोटों से विजयी रहे.
विधान परिषद में संख्या बढ़ाने पर था बीजेपी का जोर
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी के लिए यह चुनाव इसलिए अहम रहा क्योंकि वह विधान परिषद में भी संख्या बल बढ़ाना चाहती है. यही वजह है कि भाजपा ने स्नातक निर्वाचन खंड की सभी पांच सीटों से और शिक्षक निर्वाचन खंड की छह में से चार सीटों पर सीधे तौर पर अपने प्रत्याशी उतारे.
स्नातक निर्वाचन खंड की एक सीट पर बीजेपी ने शिक्षक संघ के प्रत्याशी को समर्थन दिया तो एक अन्य सीट को छोड़ दिया. वहीं, सपा ने तो सभी 11 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे.
महाविकास आघाड़ी का लिटमस टेस्ट
महाराष्ट्र के स्नातक और शिक्षक क्षेत्र की इन 5 सीटों पर हो रहे चुनाव में महाविकास आघाड़ी सरकार और बीजेपी के बीच न सिर्फ कांटे का मुकाबला होगा बल्कि नया चुनावी समीकरण भी देखने को मिलेगा. पांच एमएलसी सीटों में से तीन औरंगाबाद, पुणे और नागपुर क्षेत्र की स्नातक जबकि पुणे और अमरावती शिक्षक कोटे की एमएलसी सीटें हैं. यह सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी और विपक्षी बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला है.