भगवान कृष्ण पर विवादित टिप्पणी कर माफी मांगने के बावजूद असम कांग्रेस अध्यक्ष भुपेन बोरा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब विश्व हिंदू परिषद ने उन पर हमला बोला है. इस मामले में अभी तक बोरा के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं.
दरअसल, असम के गोलाघाट जिले में ट्रिपल मर्डर सामने आने के बाद असम कांग्रेस अध्यक्ष भुपेन बोरा ने भगवान कृष्ण पर विवादित टिप्पणी की थी. विवाद होता देख उन्होंने माफी भी मांगी थी. मगर, विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की जोरहाट जिला समिति ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई.
भूपेन बोरा के खिलाफ करेंगे प्रदर्शन- वीएचपी
वीएचपी ने कहा कि किसी एक धर्म के लोगों को बचाने के लिए भुपेन बोरा द्वारा हिंदू देवी-देवताओं पर की गई टिप्पणी बर्दाश्त करने योग्य नहीं है. राजनीतिक पार्टियों द्वारा हमेशा हिंदू धर्म पर निशाना साधा जाता है. मगर, अब ऐसा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी. वीएचपी ने भूपेन बोरा के खिलाफ प्रदर्शन की धमकी दी है. साथ ही देवी-देवताओं का अपमान कर राजनीति नहीं करने देने की नसीहत भी दी.
जनता उन्हें जवाब देगी- सचेतन नागरिक दल
उधर, बोरा के खिलाफ दूसरी एफआईआर जोरहाट जिले के सचेतन नागरिक दल की ओर से दर्ज कराई गई है. बोनी सैकिया के नेतृत्व में सचेतन नागरिक दल ने कहा कि बोरा जैसे नेता के मुंह से ऐसी बातें शोभा नहीं देती हैं. तीन हत्या करने और लव जिहाद के आरोपी की तुलना हिंदू धर्म के आराध्य प्रभु कृष्ण से करने पर जनता उन्हें जरूर जवाब देगी. उन्होंने कहा कि महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव की जितनी भी रचनावली है, सब भगवान श्रीकृष्ण से शुरू और उन्हीं पर खत्म होती है. इसका ज्ञान भली भांति प्रत्येक असमवासी को है.
'अन्य धर्म के खिलाफ बोलते तो सिर तन से जुदा के लगते नारे'
इसके आगे कहा कि वोट बैंक के लिए हिंदू धर्म पर की गई टिप्पणी को सहन नहीं किया जा सकता. बोरा हिंदू धर्म को छोड़कर अन्य किसी धर्म के लिए ऐसी टिप्पणी नहीं कर सकते. अगर, ऐसा करते तो उनके खिलाफ सिर तन से जुदा के नारे लगते.
जानिए क्या कहा था असम कांग्रेस अध्यक्ष ने
कांग्रेस नेता बोरा ने कहा था कि इस तरह शादियां होती आ रही हैं. महाभारत होने का मूल क्या है? दरअसल, गांधारी का परिवार धृतराष्ट्र से विवाह करवाना नहीं चाहता था. भीष्म पितामह ने उन दोनों की जबरन शादी करवा दी. मामा शकुनि के भाई जेल में थे. बाद में उसने कौरवों से बदला लिया. वह भी लव जिहाद है. गांधारी के परिवार ने विरोध किया और ऐसे में उन्होंने आंखों पर पट्टी बांध ली.
(इनपुट - पूर्ण विकास बोरा)