रात नौ बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई. लेकिन विपक्ष के हंगामे के चलते यह नहीं चल सकी. कुछ ही देर बाद इसे वीरवार 4 फरवरी 2021 की शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
सदन में हंगामा जारी रहा, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने सदन की कार्यवाही के समय में विस्तार के लिए वोटिेंग कराने के लिए कहा. इस दौरान पक्ष ओर से अर्जुन राम मेघवाल ने सदन की कार्यवाही चलाने की अपील की. इसके जवाब में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी सरकार से किसानों के मुद्दे पर अलग से चर्चा के लिए समय देने की मांग करने लगे.
लोकसभा में किसानों के मुद्दे पर विपक्ष के हो-हल्ले के बीच सदन की बैठक एक बार फिर शुरू.
शाेर-शराबे के बीच लोकसभा की कार्यवाही 7 बजे एक बार फिर शुरू हुई, लेकिन नारेबाजी जारी रहने के बीच 9 बजे तक के लिए फिर स्थगित.
तीन कृषि बिलों की वापसी की मांग को लेकर विपक्ष लगातार वेल में आकर प्रदर्शन करता रहा. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने शून्यकाल का महत्व समझाते हुए सदन सुचारू रूप से चलाने की अपील की. संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने भी राज्यसभा में चर्चा शुरू होने को लेकर बनी सहमति का हवाला दिया. शोर-शराबा ना रुकता देख सदन की कार्यवाही तीसरी बार सात बजे तक के लिए स्थगित.
विपक्षी सांसदों की जोरदार नारेबाजी के बीच लोकसभा की कार्यवाही फिर शुरू हुई. सदन में संसद की स्थायी समितियों के प्रतिवेदन पेश किए जा रहे हैं.
किसान आंदोलन के मुद्दे पर लोकसभा में जबरदस्त हंगामा. विपक्षी दलों के सांसद वेल में आए. सदन की कार्यवाही शाम पांच बजे तक स्थगित
AAP सांसद भगवंत मान और अन्य विपक्षी दलों का किसान आंदोलन पर हंगामा जारी. शोरगुल के बीच लोकसभा में प्रश्नकाल जारी. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा और किसान आंदोलन पर बहस को अलग-अलग कराने का अनुरोध.
कृषि कानूनों का विरोध करते हुए विपक्षी दलों के कई सांसद आगे वेल तक आ गए. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने प्रश्नकाल और सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने की अपील की. लेकिन मात्र पांच मिनट बाद ही सदन की कार्यवाही शाम साढ़े चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के दौरान कृषि कानूनों को लेकर नारेबाजी कर रहे AAP सांसद भगवंत मान को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने फटकार लगाई. इसी के साथ उन्होंने सदन के सदस्यों से संसदीय मर्यादा को बनाए रखने की अपील की.
किसान आंदोलन को लेकर AAP सांसद भगवंत मान और विपक्षी दलों के हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही प्रश्नकाल के साथ शुरू हुई. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने किसानों के मुद्दे पर चर्चा का प्रस्ताव रखा.
कृषि कानूनों पर बहस के लिए कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी और पंजाब से सांसद जसबीर सिंह ने स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया.
लोकसभा में आज वित्त, श्रम, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पर्यावरण एवं वानिकी, पर्यटन इत्यादि से जुड़ी स्थायी संसदीय समितियों के प्रतिवेदन पेश किए जाएंगे.
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृह मंत्री अमित शाह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ बैठक कर रहे हैं. सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर और संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी भी बैठक में मौजूद हैं.
बैठक में किसान आंदोलन और संसद सत्र समेत सभी तात्कालिक राजनैतिक मुद्दों पर चर्चा चल रही है.
राज्यसभा की कार्यवाही कल सुबह नौ बजे तक के लिए स्थगित. सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा कल भी जारी रहेगी. लोकसभा की कार्यवाही आज शाम चार बजे शुरू होगी.
बिहार से JDU सांसद राम चन्द्र प्रसाद सिंह ने राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कृषि कानूनों का समर्थन किया. उन्होंने बुलंद आवाज में बिहार से APMC को खत्म किए जाने के फायदे गिनाए और कृषि कानूनों का समर्थन किया. इसी के साथ किसानों से बातचीत के रास्ते मुद्दों को सुलझाने का आह्वान किया.
सदन में चर्चा के दौरान सपा सांसद राम गोपाल ने कहा कल खबरें आई कि दिल्ली की सीमा पर किसान आंदोलन के लिए स्टील की लाठियां मंगाई गई. जब इसे लेकर कुछ चैनल पर खबरें आ गई तो बड़े अधिकारियों का स्पष्टीकरण दिया और इसे वापस ले लिया गया. उन्होंने कहा कि किसानों के लिए स्टील की लाठियों की क्या जरूरत आ पड़ी. क्या सीमा पर स्टील की लाठियों की जरूरत नहीं होती?
राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सपा सांसद प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने कहा कि पहले वह सिर्फ किसान के मुद्दे पर बात करने का सोच रहे थे लेकिन अब वह स्वास्थ्य बजट के मुद्दे पर भी कुछ कहना चाहते हैं. सरकार का कहना है कि स्वास्थ्य बजट 137 प्रतिशत बढ़ा दिया गया. लेकिन असल में इसमें पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय को भी जोड़ लिया गया. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के लिए मात्र 75,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है. जबकि ICMR को मात्र 2,700 करोड़ रुपये दिए गए. यह देश की जीडीपी का मात्र 0.05% है.
राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू तेलंगाना से टीआरएस सांसद डॉक्टर के. केशव राव की बात पर मुस्कुराते दिखाई दिए. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान राव ने बच्चों को दी जाने वाली शिक्षा के तरीके पर अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाया जाता है कि ‘राम अच्छा लड़का है. वह सच बोलता है.’ लेकिन उसे यह लॉजिक नहीं पढ़ाया जाता कि ‘राम सच बोलता है इसलिए वह अच्छा लड़का है.’ उनकी इस बात पर नायडू मुस्कुराते दिखाई दिए.
शिवसेना के नेता अनिल देसाई ने सरकार से राष्ट्रीय राजधानी की को खाली कराने के लिए किसानों पर की गई कार्रवाई जानकारी मांगी. इस पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी ने लिखित जवाब में कहा कि किसान आंदोलन से जनता और सरकार को वित्तीय नुकसान हो रहा है. दिल्ली पुलिस ने सूचित किया है कि राष्ट्रीय राजधानी के गाजीपुर, चिल्ला ,टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों द्वारा बॉर्डर अवरूद्ध किए गए हैं और यह दिल्ली तथा इसके पड़ोसी राज्यों के निवासियों के लिए असुविधाजनक है किसी भी आंदोलन में जनता और सरकारों को वित्तीय नुकसान होता है.
DMK सांसद तिरुचि शिवा ने सदन में चर्चा के दौरान मौजूदा सरकार पर जहां संभव हो वहां पर हिंदी थोपने का आरोप लगाया. साथ ही पार्टी की ओर से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग भी की.
बीजेडी सांसद प्रसन्न आचार्य ने गणतंत्र दिवस पर लाल किले की हिंसा के मामले में सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज की निगरानी में जांच कराने की मांग की. उन्होंने घटना के दौरान पुलिस, स्थानीय प्रशासन, किसान नेता, किसान संगठनों की भूमिका पता करने के लिए कहा. कहा कि देश को जानने का हक किया क्या हुआ था. साथ ही सरकार से MSP को कानूनी दर्जा देने में समस्या भी जाननी चाही.
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान बीजू जनता दल के सांसद प्रसन्न आचार्य ने सरकार से पुरी में एक अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की मांग की. कहा हर साल लाखों पर्यटक रथयात्रा में भाग लेने के लिए देश-विदेश से पुरी पहुंचते हैं.
राज्यसभा में बीजू जनता दल के सांसद प्रसन्न आचार्य ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान ‘महिला आरक्षण बिल’ का मुद्दा उठाया. सरकार से लोकसभा में बहुमत का इस्तेमाल करते हुए इसे जल्द से जल्द पास करने की अपील की.
राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने और उसे दो संघ शासित प्रदेश में बदलने पर बोले. उन्होंने कहा कि अकबर बादशाह के जमाने से कश्मीर सबसे बड़े राज्यों में से एक रहा है. दिल्ली के बाद अगर हिंदुस्तान के किसी राज्य को दुनिया में जाना जाता है तो वह कश्मीर है. इस दौरान उन्होंने कश्मीर में हालिया जिला परिषद के चुनावों को सफलता पूर्वक कराने के लिए बधाई भी दी.
गुलाम नबी आजाद ने 26 जनवरी को लाल किले पर हुई हिंसा की कड़ी निंदा की. पूरे विपक्ष की ओर से निंदा की. साथ ही कांग्रेस सांसद शशि थरूर के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज करने का भी जिक्र किया. उन्होंने सरकार से सवाल किया कि जो व्यक्ति देश के पूर्व विदेश राज्य मंत्री रह चुका हो, विश्व पटल पर देश का नेतृत्व कर चुका हो, जिसे लोगों ने चुनकर सांसद बनाया हो, वह व्यक्ति देशद्रोही कैसे हो सकता है. अगर वह देशद्रोही है तो हम सब देशद्रोही हैं.
राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने ‘किसानों की ताकत को देश की सबसे बड़ी ताकत’ बताया. उन्होंने अंग्रेजों के जमाने में हुए किसान आंदोलन, सरदार पटेल के किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए अक्टूबर 1988 के ‘बोट क्लब किसान आंदोलन’ से जुड़ अपने संस्मरण का जिक्र किया.
गुलाम नबी आजाद ने किसानों के मुद्दे पर बोलते हुए शहीद भगत सिंह के पिता सरदार किशन सिंह और चाचा अजीत सिंह के ‘पगड़ी संभाल जट्टा’ आंदोलन का जिक्र किया. उन्होंने बांके दयाल के गीत ‘पगड़ी संभाल जट्टा’ की पंक्तियों को भी सदन में पढ़ा.
राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलने के लिए खड़े हुए. पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के ‘जय जवान, जय किसान’ नारे के जिक्र से की अपने वक्तव्य की शुरुआत.
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा चल रही हैै. इस दौरान किसानों के मुद्दे पर भी चर्चा होगी. कांग्रेस के नेतृत्व में 19 विपक्षी दलों ने सदन से किसानों के मुद्दे पर बातचीत के लिए धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान ही चर्चा कराने के समय की मांग की थी. इसे लेकर सरकार और विपक्ष में सहमति बन चुकी है. कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने सदन की कार्यवाही शुरू होने पर इसके लिए प्रस्ताव रखा था, जिसे सभापति ने स्वीकार कर लिया. धन्यवाद प्रस्ताव पर किसानों के मुद्दे पर साथ चर्चा के लिए 15 घंटे का समय रखा है. आज सदन मेे शून्यकाल (जीरो आवर) होगा, लेकिन कल-परसों नहीं होगा. तीन दिन तक प्रश्नकाल भी नहीं होगा.
उत्तर प्रदेश से सांसद विजय पाल सिंह तोमर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव के समर्थन में बोल रहे हैं. कोरोना महामारी से निपटने के सरकार के प्रयासों पर कर रहे हैं चर्चा.
किसानों के मुद्दे को लेकर राज्यसभा में नारेबाजी के बाद सभापति वेंकैया नायडू ने AAP के तीन सांसद संजय सिंह, सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को मार्शल बुलाकर सदन से बाहर भेज दिया. तीनों सांसदों को पूरे दिन की कार्यवाही के लिए सदन से बाहर कर दिया गया है.
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव राज्यसभा में पेश हुआ. असम से भाजपा सांसद भुवनेश्वर कलिता ने सरकार के ‘सबका साथ सबका विकास’ की चर्चा की.
किसानों के मुद्दे को लेकर राज्यसभा की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी. कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर सभापति वेंकैया नायडू ने AAP के तीन सांसद संजय सिंह, सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को सदन से बाहर जाने नोटिस दिया. सहयोग ना मिलने पर तीनों को मार्शल बुलाकर सदन से बाहर भेज दिया गया.
दिग्विजय सिंह के राजद्रोह कानून के तहत दर्ज मामलों का मुद्दा सदन में उठाने के बाद किसानों के मुद्दे को लेकर हंगामा शुरू हो गया. सभापति वेंकैया नायडू ने सांसद संजय सिंह, सुशील गुप्ता और एन डी गुप्ता का नाम लेकर कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने की अपील की. इसके बाद सदन की कार्यवाही सुबह नौ बजकर 40 मिनट तक के लिए स्थगित हो गई.
कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों, सोशल एक्टिविस्टों पर राजद्रोह की धाराओं के तहत मामले दर्ज कराने का मुद्दा उठाया. शशि थरूर, राजदीप सरदेसाई के खिलाफ दर्ज मामलों का जिक्र किया.
उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने देशभर में मंदिरों, हिंदू प्रतीकों को नुकसान पहुंचाने का मुद्दा उठाया. गृह मंत्रालय से उचित कार्यवाही करने की अपील की.
राज्यसभा सभापति वेंकैया नायडू सदन के भीतर मोबाइल फोन उपयोग नहीं करने को लेकर समझा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह सदन की कार्यवाही चलाने के नियमों का उल्लंघन है.
कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने किसान आंदोलन के मुद्दे को लेकर स्थगन की कार्यवाही स्थगित करने का नोटिस पेश किया.बीएसपी, सीपीआई, टीएमसी, डीएमके, सीपीआई-एम ने भी स्थगन प्रस्ताव रखा.
राज्यसभा की कार्यवाही प्रारंभ हो गई है. संसदीय समितियों के प्रतिवेदन रखे जा रहे हैं.