पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई वर्चुअल मीटिंग में 2 घंटे इंतजार करना पड़ा. लिहाजा उन्होंने नाराजगी जाहिर की है. बता दें कि बुधवार को 'आजादी का अमृत महोत्सव' वर्चुअल मीटिंग का आयोजन किया गया था. इस दौरान उन्हें बोलने तक का मौका नहीं दिया गया. बल्कि दो घंटे तक उन्हें इंतजार कराया गया.
एजेंसी के मुताबिक 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत हुई वर्चुअल मीटिंग में ममता बनर्जी को सिर्फ इसलिए नहीं बोलने दिया गया क्योंकि उनका नाम वक्ताओं की सूची में नहीं था. इसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नाराजगी जाहिर की है. एजेंसी ने बताया कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद थे.
बुधवार की बैठक में ममता बनर्जी के साथ हुई घटना के बाद राज्य प्रशासन भी आहत है. प्रशासन का कहना है कि सीएम ममता बनर्जी बैठक में शामिल हुईं थी. इस दौरान पहले उन्हें करीब दो घंटे तक इंतजार करने के लिए कहा गया. इसके बाद उन्हें बोलने नहीं दिया गया.
बता दें कि इससे पहले इसी साल मई में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यास साइक्लोन से हुए नुकसान की समीक्षा बैठक करने गए थे, लेकिन उस बैठक में सीएम ममता करीब 30 मिनट देरी से पहुंची थीं. बैठक में देर से आने के बाद उन्होंने नुकसान की रिपोर्ट दी और तुरंत बैठक से यह कहकर चली गईं थी कि उन्हें दूसरी मीटिंग्स में शामिल होना है.