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बैग, टी शर्ट, गुलाब और मास्क... खास अंदाज और निराले विरोध प्रदर्शनों का शीतकालीन सत्र!

संसद का शीतकालीन सत्र हंगामेदार रहा. इस दौरान वन नेशन वन इलेक्शन जैसे बिल तो पेश हुए ही लेकिन इस पूरे सत्र में विरोध प्रदर्शनों का अनोखा अंदाज देखने को मिला. संसद में पहली बार बतौर सांसद पहुंचीं प्रियंका गांधी के बैग की चर्चा इस सत्र में खूब हुई. इसके अलावा टी शर्ट और गुलाब भी चर्चा में रहे.

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शीतकालीन में चर्चा में रहे विरोध प्रदर्शन. (फोटो-PTI)
शीतकालीन में चर्चा में रहे विरोध प्रदर्शन. (फोटो-PTI)

भारतीय जनता पार्टी की सांसद अपराजिता सारंगी ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को शुक्रवार को एक बैग भेंट किया, जिस पर '1984' लिखा था. इस बैग पर 1984 को खून से सना दिखाया गया है. ये बैग 1984 के सिख विरोधी दंगों की याद दिला रहा है. दरअसल प्रियंका गांधी को शुक्रवार को विरोध के अपने खास अंदाज में एक साथी सांसद का विरोध झेलना पड़ा. अपराजिता सारंगी ने प्रियंका को ये बैग गिफ्ट कर उन्हें 1984 के दंगों की याद दिला दी. कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के बैग इन दिनों चर्चा में हैं. पिछले कुछ दिनों से वे संसद में नए बैग्स के साथ आ रही हैं. इन बैग पर अडानी, फिलिस्तीन और बांग्लादेश लिखा हुआ था. 

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संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान, कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष ने उन विषयों पर ध्यान आकर्षित करने के लिए खास तरीके अपनाए हैं. विपक्ष को लगता है कि सरकार इन मुद्दों को नजरअंदाज कर रही है. जैकेट और 'मोदी अडानी एक हैं' लिखे टी शर्ट जैसे विरोध के प्रतीकात्मक चीजों का प्रयोग कर विपक्ष ने कॉरपोरेट दबाव और अंतरराष्ट्रीय चिंताओं की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की है. 

विपक्षी दलों और सरकारी पक्षों ने संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र के दौरान कई मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन किया है. इनमें 'वन नेशन, वन इलेक्शन' बिल, किसानों का विरोध, अडानी मुद्दा, संविधान के 75 वर्षों पर चर्चा, और कांग्रेस के अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस के साथ कथित संबंधों का मुद्दा शामिल है.

आम्बेडकर के 'अपमान' के खिलाफ नीले कपड़े पहनकर विरोध

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कांग्रेस सांसद, जिनमें लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी शामिल हैं, 19 दिसंबर को संसद सत्र के लिए नीले कपड़ों में नजर आए. विपक्ष ने संसद के बाहर आम्बेडकर की प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन किया और गृह मंत्री अमित शाह से उनके आंबेडकर पर दिए बयान के लिए माफी और इस्तीफे की मांग की. गौरतलब है स्वतंत्र भारत का संविधान तैयार करने वाले आम्बेडकर को देश भर में स्थापित सभी प्रतिमाओं में नीले रंग में दर्शाया गया है.

प्रियंका गांधी की अपनी विरोध शैली

पहली बार लोकसभा में एंट्री लेने वालीं प्रियंका गांधी वाड्रा पहली ही पारी में चर्चा में रही.वे प्रदर्शन के अनूठे तरीकों की वजह से चर्चा में रहीं. प्रियंका ने बांग्लादेश के ईसाई और हिंदू अल्पसंख्यकों के समर्थन में आवाज उठाई. उन्होंने 17 दिसंबर को संसद में प्रवेश करते समय एक बैग ले रखा था जिस पर बड़े अक्षरों में लिखा था, 'बांग्लादेश के हिंदुओं और ईसाइयों के साथ खड़े हो.' कई कांग्रेस सांसदों को भी बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों के समर्थन में बैग और प्लेकार्ड के साथ देखा गया.

इससे एक दिन पहले प्रियंका ने फिलिस्तीन के प्रति अपनी एकजुटता दिखाई जब उन्होंने अपने बैग पर 'फिलिस्तीन' टैग लिखवाकर संसद में प्रवेश किया. 16 दिसंबर को वह 'फिलिस्तीन' लिखे बैग के साथ संसद पहुंचीं थीं. प्रियंका फिलिस्तीन मुद्दे की लंबे समय से समर्थक रही हैं और गाजा में चल रही जंग के विरोध में अपनी आवाज मजबूती से उठाई हैं.

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संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्ष गौतम अडानी के खिलाफ लगातार विरोध कर रहा था. इसी दौरान 10 दिसंबर को प्रियंका गांधी 'मोदी अडानी भाई भाई' लिखे बैग के साथ संसद पहुंचीं थी. बैग के एक तरफ पीएम मोदी और दूसरी तरफ अडानी की तस्वीर थी.

अडानी मुद्दे पर विपक्ष का विरोध

अडानी मुद्दे पर कांग्रेस के नेतृत्व में अजीबोगरीब विरोध प्रदर्शनों की कड़ी में कई विपक्षी सांसदों ने 11 दिसंबर को संसद परिसर में अपने भाजपा साथियों का स्वागत एक हाथ में तिरंगा और एक हाथ में लाल गुलाब के साथ किया. कांग्रेस सांसदों ने सत्तारूढ़ पार्टी से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि सदन सुचारू रूप से चले और सभी मुद्दों, जिसमें अडानी मुद्दा भी शामिल है, पर चर्चा की जाए.

9 दिसंबर को राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर ध्यान खींचने के लिए एक  मॉक 'साक्षात्कार' लिया. दरअसल इस इंटरव्यू में कांग्रेस के सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी के मुखौटे पहनकर आए थे और राहुल इन्हीं से सवाल पूछ रहे थे. इसी प्रकार अन्य विपक्षी नेताओं के साथ, राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका ने 6 दिसंबर को संसद के बाहर विरोध मार्च किया. इस दौरान कुछ विपक्षी सांसद संविधान की प्रतियां लिए हुए थे तो उनके मुखौटों पर 'मोदी-अडानी भाई भाई' लिखा हुआ था. 

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INDIA ब्लॉक के सांसदों ने 5 दिसंबर को एक असामान्य विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने काले जैकेट पहने थे, जिन पर 'मोदी अडानी एक है' और 'अडानी सुरक्षित है' के स्टिकर लगे थे. इन सांसदों ने संसद परिसर में नारे भी लगाए. इस दौरान राहुल गांधी ने एक सफेद टी-शर्ट पहनी थी, जिस पर 'मोदी अडानी एक है' और 'अडानी सुरक्षित है' के स्टिकर चिपके हुए थे. 

बीजेपी ने अडानी का काट कारोबारी सोरोस से निकाली.  भाजपा के सांसदों ने INDIA ब्लॉक के सांसदों की प्रतिक्रिया में पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया जिस पर लिखा था 'राहुल-सोरोस एक हैं'.

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