कर्नाटक विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी सरकार ने राज्य में मुस्लिम आरक्षण खत्म कर दिया है. मुस्लिमों को मिल रहे 4 फीसदी आरक्षण को खत्म कर इस कोटे को वोक्कालिगा और लिंगायत समुदाय के बीच 2-2 फीसदी बांटा गया है. मुस्लिम समुदाय को अब आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों यानि ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत आरक्षण मिलेगा.