नेताजी सुभाष चंद्र बोस से सिर्फ बंगाली अस्मिता ही नहीं जुड़ी है, पूरे भारत का गौरव जुड़ा है, लेकिन पश्चिम बंगाल के चुनावी माहौल में नेताजी सियासत की बिसात पर बिठाए जा चुके हैं. तेरे सुभाष-मेरे सुभाष की जंग शुरू हो गई है. नेताजी की 125वीं जयंती पर केंद्र सरकार आज पराक्रम दिवस मना रही है. तो बंगाल सरकार ने इसे देशनायक दिवस का नाम दिया है. देखें ये रिपोर्ट.