एजेंडा आजतक में 'एक अधूरी क्रांति?' में अन्ना हजारे ने कहा कि आजादी की दूसरी लड़ाई जारी हो गई है. अन्ना ने कहा कि जनशक्ति में बहुत शक्ति होती है. रामलीला मैदान में हुए अपने आंदोलन का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वहां इकट्ठा हुई जनशक्ति से सरकार घबरा गई थी.