लखीमपुर खीरी में रविवार को हुए हिंसा के बाद से ही विपक्ष आक्रामक है. साथियों की मौत पर किसान भड़क गए और देखते ही देखते लखीमपुर का तिकुनिया इलाका धधक उठा. लेकिन आज प्रशासन ने मुआवजे और मामले की जांच का ऐलान करके फ़िलहाल के लिए किसानों को मना लिया है. किसान तो शांत हैं लेकिन विपक्ष अब भी सरकार पर निशाना साध रहा है. चाहे कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा हों, सपा के अखिलेश यादव हों या कोई अन्य विपक्षी नेता, किसी को भी प्रशासन ने लखीमपुर पहुंचने नहीं दिया. क्या सरकार विपक्ष की आवाज दबा रही है? देखें इस सवाल के जवाब में क्या बोले राज्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह.