18 जुलाई को बेंगलुरु से दिल्ली तक विपक्ष और सत्ताधारी खेमे की एकता दौड़ खूब देखने को मिली. गठबंधन के नाम ‘इंडिया’ पर सोमवार को अनौपचारिक बैठक में चर्चा हुई थी. सभी दलों ने बहस के बाद आखिरकार मंगलवार को विपक्षी एकता के गठबंधन के नाम इंडिया पर मुहर लगा दी.