पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह पर आम आदमी पार्टी ने शराब और सिगरेट बनाने वाली कंपनी से पार्टी फंड में पैसा लेने का आरोप लगाया है. सोमवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आप नेता मनविंदर सिंह ग्यासपुरा और दिनेश चड्ढ़ा ने सुखबीर सिंह बादल पर आरोप लगाते हुए कहा कि अकाली दल के संविधान में लिखा हुआ है कि नशा करने के वाले लोगों को पार्टी का सदस्य तक नहीं बनाया जा सकता, उसके बावजूद सुखबीर बादल ने नशा का व्यापार करने वालों से पैसे लिए.
आप नेताओं ने कहा कि सिगरेट और शराब बनाने वाली कंपनी से पार्टी फंड में लाखों रुपए लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि अकाली दल को बादल परिवार ने दूषित कर दिया है. पार्टी की मर्यादा को पूरी तरह से इन लोगों ने नष्ट कर दिया है. जब अकाली दल की स्थापना हुई थी, तो कहा गया था कि पार्टी में शराब और अन्य तरह के नशा करने वाले लोगों को शामिल नहीं किया जाएगा. मास्टर तारा सिंह और अन्य संस्थापक सदस्यों ने बहुत मेहनत और संघर्ष कर अकाली दल को मजबूत किया और उन्होंने कभी भी अपने उसूलों के साथ समझौता नहीं किया, लेकिन बादल परिवार ने अकाली दल पर कब्जा कर लिया है. पार्टी के सारे उसूलों को दफन कर दिया गया है.
अकाली दल द्वारा चुनाव आयोग को सौंपे गए जानकारी के दस्तावेज दिखाते हुए आप नेता ने कहा कि जिस पार्टी का संविधान कहता है कि नशा करने वालों को पार्टी की सदस्यता तक नहीं दी जाएगी, उसके प्रधान ने सिगरेट बनाने वाली कंपनी, जो करोड़ो लोगों को नशा का शिकार बनाती है उससे 28 मार्च 2019 को चंदे के रूप में 15 लाख रुपए लिए और शराब बनाने वाली कंपनी से 10 मई 2019 को 25 लाख रुपये चंदे के रुप में लिए. आप नेताओं ने कहा कि अकाली दल की छवि को सुखबीर बादल और बादल परिवार ने पूरी तरह से बर्बाद कर दिया, इसलिए अब से अकाली दल को बादल दल कहा जाए.
आप नेताओं ने अकाली दल को पिछले दो सालों में मिले चंदे के बारे में बताते हुए कहा कि 2018 में अकाली दल को मिले पौने दो करोड़ रुपये में से 1 करोड़ तीस लाख रुपये, यानि लगभग 75 प्रतिशत राशि बादल परिवार से जुड़ी कंपनियों ने दी. वहीं 2017 में लगभग 76 प्रतिशत पैसा बादल परिवार से जुड़ी कंपनियों ने दिया. सुखबीर बादल ने अकाली दल को बादल प्राइवेट लिमिटेड बना दिया है. उन्होंने कहा कि एक तरफ सुखबीर बादल नशीले पदार्थ बनाने वाली कंपनियों से पार्टी फंड में पैसा लिया और दूसरी तरफ अपनी बेटी का कत्ल करने वाली महिला को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का प्रधान बना दिया. ऐसा कर सुखबीर बादल ने अकाली दल, सिख धर्म और पंजाब तीनों को कलंकित किया है.
आप नेताओं ने अकाल तख्त के जत्थेदार से अनुरोध किया कि इस कलंकित कार्य के लिए सुखबीर बादल पर कार्रवाई की जाए और बादल परिवार का बहिष्कार किया जाए. उन्होंने पंजाब के लोगों से भी सुखबीर बादल और बादल परिवार का बहिष्कार करने की अपील की है.