किसान आंदोलन और सरकार की प्रतिक्रिया से दुखी होने के बाद बाबा राम सिंह की आत्महत्या का मामला अभी थमा ही नहीं है कि एक और किसान ने आत्महत्या कर ली है. किसान आंदोलन में 20 दिन तक भाग लेने के बाद घर लौटे नौजवान किसान गुर लाभ सिंह ने सल्फास की गोली खाकर आत्महत्या कर ली है.
गुर लाभ सिंह बठिंडा जिले के गांव दयालपुरा मिर्ज़ा के रहने वाले थे. वह दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन से दो दिन पहले शुक्रवार देर शाम अपने घर लौटे थे. शनिवार की सुबह वह अपने खेतों पर टहलने निकले और वहीं जहर खाकर आत्महत्या कर ली. जैसे ही गांव वालों को उनकी खबर लगी, तो उन्हें पास के ही अस्पताल ले जाया गया.
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आत्महत्या से पहले गुर लाभ सिंह ने अपने परिवार के लोगों से बातचीत में कहा था कि जमीन कम है, उसमें भी जो फसल उगती है उसकी सही कीमत नहीं मिलती. ऊपर से सिर पर कर्ज है. इतनी सी कमाई में कर्ज कैसे उतरेगा. गुर लाभ सिंह की उम्र महज 22 साल थी. अभी उनकी शादी भी नहीं हुई थी. आसपास के लोगों के अनुसार गुर लाभ सिंह अपने क्षेत्र का अच्छा खिलाड़ी माना जाता था.
पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में आत्महत्या का कारण कर्ज बताया है जिससे कि किसान परेशान था. फ़िलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. बताया जा रहा है कि नौजवान के परिवार पर लाखों रुपये का कर्ज था जिससे गुर लाभ सिंह परेशान था. मृतक गुर लाभ सिंह के दो भाई और एक बहन भी थी. एक भाई और बहन की शादी हो चुकी है.