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पंजाब: पुलिस ने रोका किसानों का चंडीगढ़ कूच, अब 7 मार्च को SKM ने बुलाई अहम बैठक

चंडीगढ़ कूच के लिए जा रहे किसानों को पंजाब पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रोक दिया. इसके बाद एसकेएम ने आंदोलन की आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए लुधियाना में अहम बैठक बुलाई है.

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पुलिस ने रोका किसानों का चंडीगढ़ कूच. (Photo Source @PTI)
पुलिस ने रोका किसानों का चंडीगढ़ कूच. (Photo Source @PTI)

पंजाब पुलिस ने बुधवार से शुरू होने वाले धरने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चंडीगढ़ जाने की किसानों की कोशिशों को विफल कर दिया. चंडीगढ़ जाने से रोके जाने के बाद एसकेएम ने लुधियाना में आंदोलन की रणनीति के लिए अहम बैठक बुलाई है. 

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जानकारी के अनुसार, पुलिस द्वारा चंडीगढ़ जाने से रोकने के बाद एसकेएम ने 7 मार्च को सुबह 11 बजे लुधियाना में एक बैठक बुलाई है. इस बैठक में आंदोलन के लिए आगे की रणनीति पर चर्चा  की जाएगी.

पंजाब में 18 जगहों पर किया प्रदर्शन

दरअसल, किसान नेताओं ने 5 मार्च को चंडीगढ़ कूच का आह्वान था. लेकिन पुलिस ने चंडीगढ़ जाने की कोशिश कर रहे कई किसानों को हिरासत में ले लिया. साथ ही पंजाब में 18 अलग-अलग जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया गया, जो शुक्रवार तक जारी रहेगा.

पुलिस ने बनाए कई चेक प्वाइंट

समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, 30 से अधिक किसान संगठनों के संगठन एसकेएम ने राज्य सरकार द्वारा MSP पर 6 फसलों की खरीद समेत किसानों की विभिन्न मांगों के समर्थन में चंडीगढ़ में धरने का आह्वान किया था, लेकिन पुलिस ने कई चेक प्वाइंट स्थापित कर सुबह ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और अन्य वाहनों से चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए किसानों को हाईवे और अन्य सड़कों पर कई जगहों पर रोक दिया. इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने भगवंत मान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.

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चंडीगढ़ जाने की नहीं दी जाएगी इजाजत: पुलिस

पुलिस उप महानिरीक्षक (रोपड़ रेंज) हरचरण सिंह भुल्लर ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों को किसी भी कीमत पर चंडीगढ़ पहुंचने की इजाजत नहीं दी जाएगी. भुल्लर ने कहा, 'जहां भी कोई किसान (सड़कों पर) निकला, उस क्षेत्र की पुलिस ने उन्हें वहीं रोक दिया. वे वहां शांतिपूर्वक बैठे थे. पंजाब में स्थिति पूरी तरह शांतिपूर्ण है.'

डीआईजी ने कहा कि कुछ किसानों को हिरासत में लिया गया है. उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस और चंडीगढ़ पुलिस के बीच अच्छा समन्वय है.

एसकेएम ने किसानों को अपनी मांगों के समर्थन में आवाज उठाने के लिए केंद्र शासित प्रदेश जाने से रोकने के लिए आप सरकार की कड़ी निंदा की. एसकेएम नेताओं ने दावा किया कि चंडीगढ़ जाते समय कई किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया, जबकि कई अन्य ने वहीं विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया जहां उन्हें रोका गया था.

हिरासत में किसान नेता

किसानों के मुताबिक, एसकेएम नेता जोगिंदर सिंह उगराहां को संगरूर में हिरासत में लिया गया. संगरूर के घराचोन इलाके में किसानों को चंडीगढ़ जाने से रोकने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. किसानों को चंडीगढ़ जाने से रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए हैं और रेत से लदे ट्रक भी खड़े किए गए हैं.

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मोगा में क्रांतिकारी किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष जतिंदर सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ जाते समय उन्हें अजीतवाल में पुलिस ने रोक लिया. उन्होंने दावा किया कि उनमें से कुछ को पुलिस ने हिरासत में भी लिया.

क्या हैं किसानों की मांग

बता दें कि एसकेएम कृषि विपणन पर राष्ट्रीय नीति ढांचे के केंद्र के मसौदे को वापस लेने, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार एमएसपी को कानूनी गारंटी देने, राज्य की कृषि नीति को लागू करने और राज्य सरकार द्वारा बासमती, मक्का, मूंग, आलू सहित छह फसलों की एमएसपी पर खरीद की मांग कर रहा है.

किसान संगठन कर्ज समाधान के लिए एक कानून, हर खेत तक नहर का पानी सुनिश्चित करने के लिए भूमि जोतने वालों के मालिकाना हक, गन्ने का बकाया भुगतान, भारतमाला परियोजनाओं के लिए भूमि का जबरन अधिग्रहण रोकने और 2020-21 में किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को नौकरी और मुआवजा देने की भी मांग कर रहे हैं.

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