हरियाणा के बाद जाट आंदोलन की आग पड़ोसी राज्य पंजाब में पहुंच सकती है. ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने आरक्षण के लिए पंजाब में उसी तरह आंदोलन करने की धमकी दी है, जैसा उन्होंने हरियाणा में किया था.
ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति को जाटों का सबसे मजबूत संगठन माना जाता है और हरियाणा के आंदोलन में यह संगठन सबसे आगे रहा था. इस संगठन ने शुक्रवार को फजिल्का में जाट आरक्षण महापंचायत का आयोजन किया था.
पढ़ें: अब राजपूतों ने भी मांगा आरक्षण'बादल ने दिया था जाट आरक्षण का भरोसा'
संगठन के प्रमुख यशपाल मलिक ने महापंचायत में कहा, 'मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने 4 मार्च 2014 को ने जाट नेताओं के एक प्रतिनिधि दल को भरोसा दिलाया था कि जाटों को उनकी
सरकार आरक्षण देगी. जाहिर है कि बादल अपना वायदा भूल गए हैं.'
अगले महीने से पंजाब में आंदोलन
मलिक ने कहा, अब सरकार को याद दिलाने का वक्त आ गया है कि पंजाब में भी जाटों को आरक्षण चाहिए. आरक्षण के लिए हमें बड़े पैमाने पर आंदोलन करना होगा.' उन्होंने कहा कि वह गेहूं की कटाई के के बाद मध्य अप्रैल में प्रदर्शन शुरू करेंगे. समिति के पंजाब यूनिट के अध्यक्ष करनैल सिंह भवाड़ा ने कहा कि पंजाब में वैसा ही आंदोलन होगा जैसा हरियाणा , उत्तर प्रदेश और दिल्ली में हुआ था.