पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने से घबरा रही भाजपा ने पूरी तरह से अकाली दल के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. वर्ष 2015 में अमृतसर में नशा विरोधी कैम्पेन शुरू करने की घोषणा करके राजनितिक गलियारों में खलबली मचाने वाली भाजपा मंगलवार को अकाली दल के साथ खड़ी नजर आयी.
पंजाब राज्य के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल होने पहुंचे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का नाम न लेते हुए सीधे तौर पर कह दिया कि पंजाब के युवाओं को नशेड़ी बताने वालों को उनसे वोट मांगने का अधिकार नहीं है.
नशे के मामले पर यू टर्न लेने वाली भाजपा पंजाब और उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनावों में सर्जिकल स्ट्राइक्स की सफलता को भुनाने की फिराक में भी हैं. केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सर्जिकल स्ट्राइक्स को ले कर प्रधानमंत्री की पीठ ठोंकी और पाकिस्तान को ईंट का जवाब पत्थर से देने की बात कही.
उधर बिक्रमजीत सिंह मजीठिया पर नशा तस्करी के आरोप लगा कर अब मानहानि का मुकदमा झेल रहे आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने फिर दोहराया कि वह आप की सरकार बनने के बाद मजीठिया को जेल भिजवाएंगे.
उधर पंजाब राज्य की स्वर्ण जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कांग्रेस पर पंजाब के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया और कश्मीर समस्या के लिए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराया. हालाँकि चंडीगढ़ को पंजाब के नाम किये जाने और एसवाईएल नहर के मुद्दे पर उनको जेटली और शाह से कोई आश्वासन नहीं मिला.