पंजाब में ऑल इंडिया यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग का वीडियो वायरल हो रहा है. ये वीडियो बटाला में शुक्रवार को हुई कांग्रेस की एक रैली का है, जिसमें वडिंग मंच से अनाप-शनाप और आपत्तिजनक भाषण दे रहे हैं.
राजा वडिंग ने मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और डिप्टी सीएम सुखबीर बादल पर कई टिप्पणियां की. वडिंग ने सीएम के लिए ये तक कह डाला कि बादल 90 साल का बुड्ढा है, रोज लगता है आज मर जायेगा...आज मर जायेगा लेकिन मरता नहीं है.
राजा वडिंग ने यह भी कहा कि पंजाब की सत्ता में आने और कांग्रेस की सरकार बनाने के बाद सभी उन एसएसपी और डीसी जो अकाली दल का साथ दे रहे है, को उल्टा लटकाकर डिसमिस किया जाएगा और उनके खिलाफ सैंकड़ों केस दर्ज किए जाएंगे ताकि इन सबकी पूरी जिंदगी कोर्ट-कचहरी के चक्कर काट कर ही बीत जाएं. वडिंग गुरदासपुर के बटाला में बोल रहे थे, जो विनोद खन्ना का संसदीय क्षेत्र है. उन्होंने विनोद खन्ना को जिताने के लिए स्थानीय जनता को फिट्टे मुंह तक कहा.
वडिंग ने आम आदमी पार्टी के मेनिफेस्टो पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस तरह से झूठे वादे कांग्रेस भी कर सकती है और हम भी क्या अपने मेनिफेस्टो में सत्ता पाने के लिये ऐसे झूठे वायदे कर दें. उन्होंने कहा, 'किसी परिवार के लड़के की शादी के दौरान बारात के लिए चार इनोवा कार फूलों से सजाकर और डीजल भरवा कर कांग्रेस के विधायक तैयार रखेंगे और जिस लड़के की शादी नहीं हो रही होगी उसे राजस्थान से दुल्हन भी हम ही लाकर देंगे.'
कांग्रेस में भी भाषण का विरोध
राजा वडिंग के इस भाषण को लेकर उनका अपनी ही पार्टी में विरोध भी हो रहा है. सीनियर लीडर्स ने युवा नेता को नसीहत देते हुए कहा है कि राजनीति अपनी जगह है लेकिन विपक्ष में बैठे बादल जैसे सीनियर लीडरों पर बोलते हुए अपनी
भाषा पर संयम रखना बेहद जरूरी है. कांग्रेस इस तरह के बयानों का बिल्कुल समर्थन नहीं करती.
अकाली दल ने किया पलटवार
अकाली दल ने भी मुख्यमंत्री बादल पर राजा वडिंग की अभद्र टिप्पणी पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि ये भाषण उनकी पार्टी के संस्कार, मर्यादा और हताशा को दर्शाता है. आम आदमी पार्टी ने भी वडिंग को राजनीति की मर्यादा बनाए
रखने की नसीहत दी.
वीडियो वायरल होने के बाद राजा वडिंग ने साधी चुप्पी
अपने आपत्तिजनक भाषण के वायरल होने के बाद राजा वडिंग ने भी अपने बयानों पर चुप्पी साध ली है. शायद उनके पास भी इस सवाल का जवाब नहीं है कि राजनीति के नाम पर अपने से उम्र से दोगुने एक राज्य के मुख्यमंत्री के मरने
की उम्मीद एक पब्लिक प्लेटफॉर्म से करना क्या सही है.