scorecardresearch
 

अमृतपाल को अमृतसर DCP ने दी नसीहत, वीडियो जारी करने की जगह कर दे सरेंडर

अमृतसर के डीसीपी ने कहा है कि अमृतपाल के लगातार वीडियो जारी करने की जगह सरेंडर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर वो अमृतसर में सरबत खालसा के मौके पर भी आत्मसमर्पण करता है, तो पुलिस इसके लिए भी तैयार है. अमृतपाल की गिरफ्तारी का कानून-व्यवस्था पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने दिया जाएगा.

Advertisement
X
लगातार हुलिया बदल रहा है अमृतपाल
लगातार हुलिया बदल रहा है अमृतपाल

खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे संगठन का प्रमुख अमृतपाल सिंह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. वह लगातार वीडियो जारी कर सुरक्षा एजेंसियों को चकमा दे रहा है. ऐसे में अमृतसर के डीसीपी (लॉ एंड ऑर्डर) ने उसे नसीहत दी है.

Advertisement

डीसीपी ने कहा, 'अमृतपाल इन वीडियो को जारी करने के बजाय पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दे. हमने शहर की संवेदनशीलता को देखते हुए सुरक्षा और सतर्कता के कड़े इंतजाम किए हैं. अमृतसर में सब कुछ नियंत्रण में है.'

अधिकारी ने कहा, 'अमृतपाल ने सरबत खालसा का आह्वान किया है. एसजीपीसी इस पर निर्णय लेगी, लेकिन अगर कोई सभा होगी तो हम अमृतसर के लोगों, पर्यटकों और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे. ताकि कोई भी असामाजिक तत्व शहर की शांति भंग न करे.'

अधिकारी ने आगे कहा कि अमृतपाल यहां आत्मसमर्पण करने के लिए आए, तो हम उसके लिए भी तैयार हैं. बता दें कि अमृतपाल सिंह 18 मार्च के बाद से ही फरार है. वह पुलिस से बचने के लिए लगातार ठिकाने और हुलिया बदल रहा है.

लगातार ठिकाने और हुलिया बदल रहा अमृतपाल

Advertisement

बता दें कि बीते दिनों पुलिस ने पंजाब के नवा शहर में अमृतपाल के ठिकाने को घेर लिया था. मगर, वो भागने में कामयाब हो गया था. हालांकि, बाद में पुलिस ने अमृतपाल सिंह के ड्राइवर जोगा सिंह को पकड़ लिया था. पूछताछ में ड्राइवर ने बताया था कि अमृतपाल ने फरार होने के दौरान पुलिस को चमका दिया था.

होशियारपुर में अमृतपाल अपने सहयोगी पप्पलप्रीत और ड्राइवर जोगा के साथ फरार हुआ था. तब अमृतपाल ने जोगा से कहा था कि वह अपना मोबाइल फोन ऑन करे और फिर भागे. दरअसल, पंजाब पुलिस जोगा का मोबाइल फोन ट्रैक कर रही थी और उस आधार पर अमृतपाल के लोकेशन की भी ट्रैकिंग हो रही थी.

ड्राइवर को बनाया गया बलि का बकरा

सूत्रों के मुताबिक, जोगा को लुधियाना के आगे सोनेवाल इलाके में पकड़ा गया था. उसने पूछताछ में खुलासा किया है कि अमृतपाल ने उससे कहा था कि वह अपना फोन ऑन रखे. पूछताछ में खुलासा हुआ है कि अमृतपाल ने पंजाब पुलिस से बचने के लिए जोगा को बलि का बकरा बनाया था.

पंजाब से फरार होने में अमृतपाल ने जिस स्कॉर्पियो का इस्तेमाल किया था. पुलिस ने उस कार को भी जब्त कर लिया है. वह पीलीभीत के अमरिया थाना क्षेत्र के बड़ेपुरा स्थित एक गुरुद्वारे के मुख्यग्रंथी मोहन सिंह की थी. 

Advertisement

बताया जा रहा है कि फगवाड़ा से अमृतपाल स्कॉर्पियो को छोड़कर इनोवा कार से फरार हुआ था. स्कॉर्पियो अमृतपाल तक कैसे पहुंची, पुलिस इसकी जांच कर रही है. ग्रंथी मोहन सिंह ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि मैंने अपनी गाड़ी 5-6 महीने पहले मोहनापुर पूरनपुर स्थित गुरुद्वारे के सेवादार जोगा सिंह को दी थी.

 

Advertisement
Advertisement