पंजाब पुलिस अमृतपाल को पकड़ने की हर संभव कोशिश में जुटी है. खबर है कि अमृतपाल कभी भी सरेंडर कर सकता है. अमृतपाल पिछले 11 दिनों से फरार चल रहा है. उसने कई ठिकाने बदले हैं. जहां-जहां वह छिपता फिर रहा है, वहां वहां पंजाब पुलिस के अलावा दिल्ली, हरियाणा की भी पुलिस उसके पीछे पहुंच जा रही है.
ऐसे में अब आशंका जताई जा रही है कि उसने अमृतसर में गोल्डन टेंपल में अकाल तख्त पर जाकर आत्मसमर्पण का प्लान बनाया है. इसे देखते हुए पंजाब पुलिस अलर्ट पर आ गई है. गोल्डन टेंपल के आस-पास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है.
देर रात क्या हुआ?
दरअसल मंगलवार देर रात पंजाब पुलिस ने अमृतपाल का काफी देर तक पीछा किया. पंजाब पुलिस ने फगवाड़ा में एक अज्ञात वाहन का पीछा किया, इसमें अमृतपाल के होने की आशंका थी. पुलिस को पीछे देख होशियारपुर के मरनियां में गुरुद्वारे के पास जब यह कार पहुंची तो इसमें बैठे लोग गाड़ी छोड़कर फरार हो गए. पुलिस को आशंका थी कि इस गाड़ी में अमृतपाल और पपलप्रीत ही है. इसके बाद मरनियां गांव में और उसके आसपास भारी पुलिस बल तैनात की गई. साथ ही पुलिस ने मंगलवार देर रात अमृतपाल को पकड़ने के लिए डोर टू डोर ऑपरेशन भी चलाया.
मीडिया इंटरव्यू देना चाहता था अमृतपाल
पुलिस के इनपुट के मुताबिक अमृतपाल सिंह एक इंटरनेशनल चैनल को इंटरव्यू देने के लिए जालंधर वापस जा रहा था. उसका प्लान था कि वह पहले इस पूरे मामले को लेकर बयान देगा और फिर पंजाब पुलिस के सामने सरेंडर कर देगा, लेकिन पुलिस को इसकी जानकारी हो गई और उसका प्लान धरा ही रह गया.
महिलाओं की मदद से भागने में कामयाब हो रहा अमृतपाल
बताया जा रहा है कि अमृतपाल ने पंजाब से भागने के बाद 'लेडी नेटवर्क' का ज्यादातर इस्तेमाल किया. सूत्रों के मुताबिक, पपलप्रीत की कई महिला दोस्त हैं, जो उसकी बेहद करीबी हैं. पंजाब से भागने के बाद अमृतपाल और पपलप्रीत ने सिर्फ लेडी नेटवर्क का इस्तेमाल किया.
जानकारी के मुताबिक अमृतपाल और पपलप्रीत सबसे पहले पटियाला में रुके. फिर पपलप्रीत ने हरियाणा में मौजूद अपनी करीबी दोस्त के घर पर शरण ली. यहां महिला और उसके भाई का फोन इस्तेमाल किया और अमृतपाल और पपलप्रीत ने अपने करीबियों से बात की. हरियाणा में रहकर ही उसने आगे की रणनीति बनाई कि कैसे भागना और बचना है.
दिल्ली भी पहुंचे थे अमृतपाल और पपलप्रीत
गौरतलब है कि पपलप्रीत और अमृतपाल अपनी महिला दोस्त के पास रुकने के लिए दिल्ली भी पहुंचे थे. पपलप्रीत की तकरीबन 10 से ज्यादा महिला दोस्त एजेंसियों के रडार पर थीं, इन सबका फोन और सोशल मीडिया अकाउंट सर्विलांस पर था. दिल्ली में 3 लड़कियां रडार पर थीं, जिनसे एजेंसी पूछताछ कर रही थी. उनका फोन और सोशल मीडिया लगातार जांच में था.
कौन है अमृतपाल सिंह?
अमृतपाल 'वारिस पंजाब दे' नामक खालिस्तानी संगठन का चीफ है. वह कुछ दिन पहले ही दुबई से लौटा है. वारिस पंजाब दे संगठन को पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू ने बनाया था. दीप सिद्धू की मौत के बाद अमृतपाल ने इस पर कब्जा कर लिया. उसने भारत आकर संगठन में लोगों को जोड़ना शुरू किया. अमृतपाल का ISI लिंक बताया जा रहा है.
कैसे चर्चा में आया अमृतपाल?
अमृतपाल सबसे पहले 23 फरवरी को चर्चा में आया था. उसने अजनाला में अपने करीबी को छुड़ाने के लिए हजारों समर्थकों के साथ थाने पर हमला बोल दिया था. इस हमले में 6 पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे. इसके बाद उसने कई टीवी चैनलों में दिए इंटरव्यू में अलग खालिस्तान की मांग की थी. अमृतपाल ने देश के गृह मंत्री अमित शाह को भी धमकी दी थी.