पंजाब के अमृतसर में हुए आतंकी हमले को राज्य के डीजीपी सुरेश अरोड़ा खुफिया एजेंसियों की नाकामी नहीं मानते हैं. उन्होंने रविवार के हमले को लेकर कहा कि यह एक आतंकी हमला है. लेकिन इसे खुफिया एजेंसियों की नाकामी नहीं कह सकते हैं.
सुरेश अरोड़ा ने कहा, ''शुरुआती जांच में ये बात साबित हो रही है कि ये एक टेरर एक्ट है. लेकिन मैं इसे खुफिया एजेंसियों की नाकामी मानने को तैयार नहीं हूं.'' उन्होंने आगे कहा कि पंजाब में कई तरह के आतंकी ग्रुप एक्टिव हैं. इन ग्रुप के बारे में हमें अलग-अलग तरह की इनपुट आती रहती हैं.
एजेंसियों से भी जानकारी मिलती रहती है कि उन्होंने अपने मॉड्यूल बदल ली हैं लेकिन ग्रुप के बारे में कोई स्पेसिफिक इनपुट नहीं था. उस हिसाब से मैं कहूंगा कि कोई खुफिया एजेंसियों की नाकामी नहीं है. अभी मैं कुछ भी अनुमान नहीं कर सकता कि ये किस तरह का अटैक है लेकिन हम तमाम एंगल से जांच कर रहे हैं और जल्द ही सारी जानकारी साझा करेंगे.
वहीं पंजाब के इस हमले के बाद हरियाणा की सरकार हरकत में आ गई है. हरियाणा सरकार ने राज्य में अलर्ट जारी कर दिया है. राज्य के सभी जिलों, खासतौर पर पंजाब सीमा से सटे इलाकों में चौकसी बरतने और वाहनों की चेकिंग के आदेश दिए गए हैं. इसके अलावा पुलिस की सभी इकाइयों को सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं. हरियाणा के अलावा राजधानी दिल्ली और नोएडा की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है.
बता दें कि अमृतसर के एक गांव में रविवार सुबह एक धमाका हुआ. धमाके में 3 की मौत हो गई है. वहीं पुलिस एफआईआर के मुताबिक 22 लोग घायल हुए हैं. इनमें से कई की हालत गंभीर है.मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई है. चश्मदीदों के अनुसार बाइक सवार दो लड़कों ने अमृतसर के राजासांसी गांव में निरंकारी भवन पर ग्रेनेड फेंका. युवकों ने सत्संग के दौरान ग्रेनेड फेंका. जिस समय ग्रेनेड फेंका गया उस समय वहां करीब 250 लोग मौजूद थे. राजासांसी गांव सीमा से सटा गांव है.