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Amritsar encounter: मूसेवाला की थार के पीछे चल रही कार में जो शूटर थे सवार, अटारी एनकाउंटर में ढेर, AK-47 बरामद

Amritsar encounter: अटारी एनकाउंटर में दो गैंगस्टर मारे गये. ये दोनों गैंगस्टर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में आरोपी थे. दोनों सिद्धू पर हमले में शामिल कोरोला कार में सवार थे.

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मूसेवाला की हत्या में शामिल दो आरोपी मारे गये
मूसेवाला की हत्या में शामिल दो आरोपी मारे गये
स्टोरी हाइलाइट्स
  • जगरूप दोनों कई घंटे तक एक घर में छिपे रहे, पुलिस पर गोलियां चलाईंरूपा और मनप्रीत सिंह को मारा गया
  • दोनों कई घंटे तक एक घर में छिपे रहे, पुलिस पर गोलियां चलाईं

सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस की जांच में लगी पंजाब पुलिस को आज बड़ी कामयाबी मिली. अमृतसर के पास एनकाउंटर में मूसेवाला मर्डर में शामिल दो आरोपियों को मार गिराया गया. जगरूप रूपा और मन्नू कुसा (मनप्रीत सिंह) नाम के ये दोनों शूटर अटारी के रास्ते पाकिस्तान भागने की फिराक में थे. मारे गये आतंकियों के पास से खतरनाक AK-47 और एक पिस्टल मिली हैं, जिससे वे घंटों तक रुक-रुककर फायरिंग करते रहे.

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पंजाब पुलिस के एडीजीपी प्रमोद बान ने बताया कि ये दोनों शूटर करोला कार में मौजूद थे, जो हत्याकांड के वक्त सिद्धू की थार के पीछे थी. कोरोला कार मॉड्यूल के शूटर अबतक पकड़ से बाहर थे. इनमें से दो का आज एनकाउंटर हो गया. सिद्धू हत्याकांड में दूसरी गाड़ी बुलेरो थी. उसके शूटर्स को दिल्ली पुलिस ने पकड़ा था.

यह एनकाउंटर अमृतसर जिले के चीचा भकना गांव में हुआ. गैंगस्टर यहां एक पुरानी हवेली में छिपे थे. एनकाउंटर में तीन पुलिसवाले, तीन आम नागरिकों के घायल होने की जानकारी मिली है.

बता दें कि सिद्धू मूसेवाला को 29 मई 2022 को मार दिया गया था. उस वक्त में अपनी थार कार से मौसी के घर जा रहे थे. मूसा गांव के पास ही उनपर हमला हुआ था. उस दौरान उनके साथ सिक्योरिटी नहीं थी. बाद में आए सीसीटीवी फुटेज से पता चला था कि दो कारों में आए बदमाशों ने मूसेवाला पर जानलेवा हमला किया था. मूसेवाला पर करीब 30 राउंड फायर हुए थे. इसमें कई गोलियां सिद्धू के शरीर के आरपार निकल गई थीं.

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लॉरेंस बिश्नोई का आया नाम

बाद में इस हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग और कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ ने ली थी. उन्होंने कहा था कि ऐसा विक्की मिड्डूखेड़ा का बदला लेने के लिए किया गया था. दावा किया गया था कि विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या करने वालों की सिद्धू ने मदद की थी.

सिद्धू की हत्या के लिए लॉरेंस बिश्नोई ने तिहाड़ जेल में बैठकर प्लान बनाया था. उसका साथ गोल्डी बराड़ ने दिया था. वे लोग काफी वक्त से इस हमले की तलाश में थे. लेकिन अबतक सिद्धू के साथ Ak-47 लिये जवान तैनात रहते थे. लेकिन मई महीने में पंजाब सरकार ने मूसेवाला समेत कई लोगों की सिक्योरिटी घटाई थी. इसी के बाद बदमाश फिर एक्टिव हो गये और हमले को अंजाम दिया.

मूसेवाला मर्डर में पहले भी कई गिरफ्तारी हो चुकी हैं. मूसेवाला को सबसे नजदीक से गोली मारने वाला अंकित सिरसा भी पकड़ा जा चुका है. उसकी उम्र कुल 19 साल थी. प्रियवर्त फौजी समेत चार शूटर पहले पकड़े गये थे.

 

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