अमृतसर के शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी यानी एसजीपीसी ने ट्विटर को नोटिस भेजा है. दरअसल, कमेटी के नाम पर ट्विटर पर एक फेक अकाउंट बनाया गया है. इसमें एसजीपीसी की फोटो की जगह पाकिस्तानी झंडा लगा हुआ है. उस अकाउंट में किसी भी धर्म या धार्मिक संस्था के विरुद्ध नफरत फैलाने वाले पोस्ट डाले जा रहे हैं.
एसजीपीसी ने उस अकाउंट को बंद करने के लिए कहा था, जो कि अभी तक बंद नहीं किया गया है. इस संबंध में कमेटी की 20 नवंबर 2023 को बैठक हुई थी. कार्यकारिणी की बैठक के फैसले के बाद संगठन के कानूनी सलाहकार एडवोकेट अमनबीर सिंह सियाली ने ट्विटर को नोटिस भेजा है.
एडवोकेट सियाली ने कहा कि इस घटना से सिखों की धार्मिक भावनाओं और आस्था को ठेस पहुंच रही है. सोशल मीडिया के जरिये फैलाई जा रही इस नफरत से समाज में आपसी भाईचारे को भी खतरा पैदा हो रहा है. लिहाजा, इसलिए फर्जी ट्विटर अकाउंट को तुरंत बंद कर देना चाहिए. ऐसा नहीं करने पर एसजीपीसी हर स्तर पर कानूनी कार्रवाई करेगी.
ट्विटर ने इसे रोकने से किया इंकार- एसजीपीसी सचिव
एसजीपीसी सचिव प्रताप सिंह ने कहा कि फर्जी अकाउंट से जुड़ा मामला एक्स के सामने उठाया गया था, लेकिन लिखित संचार में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने इसे रोकने से इनकार कर दिया. एसजीपीसी सचिव ने दावा किया कि फर्जी अकाउंट गुरुद्वारा निकाय और सिख समुदाय के खिलाफ घृणा फैला रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.
एसजीपीसी सचिव प्रताप सिंह ने कहा कि एसजीपीसी ने ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को कई बार लिखा है. मगर, नफरत का यह अभियान बेरोकटोक जारी है.
एसजीपीसी के चुनाव के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू
इस बीच एसजीपीसी चुनाव से संबंधित वोटरों का रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो चुका है. यह काम 29 फरवरी तक किया जाएगा. ग्रामीण वोटर्स अपने रजिस्ट्रेशन फॉर्म पटवारी के पास जमा करवाएंगे और शहरी निवासियों को नगर काउंसिल या स्थानक अथॉरिटी के कर्मचारियों के पास अपने फॉर्म जमा करवाने होंगे.
ये फॉर्म जिला प्रशासन की वेबसाइट www.barnala.nic.in. पर उपलब्ध हैं. गौरतलब है कि एसजीपीसी चुनाव के लिए वोटर रजिस्ट्रेशन करवाने वाला व्यक्ति केशधारी सिख होना चाहिए. दाढ़ी कटवाने वाला, शराब, बीड़ी-सिगरेट पीने वाला व्यक्ति रजिस्ट्रेशन नहीं करवा सकता है.