केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला ने शनिवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी कभी भी प्राथमिकता या लक्ष्य नहीं रही. रूपाला ने एक सवाल के जवाब में कहा, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सीएम केजरीवाल को समन जारी कर जांच में शामिल होने के लिए कहा है, लेकिन वह सहयोग नहीं कर रहे हैं.
'ईडी कानूनी प्रक्रिया का पालन कर रही है'
परषोत्तम रूपाला शनिवार को लुधियाना में प्रोग्रेसिव डेयरी फार्मर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय डेयरी और कृषि एक्सपो 2024 में शामिल हुए. रूपाला ने कहा, 'दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की गिरफ्तारी कभी भी प्राथमिकता या लक्ष्य नहीं थी.'
लुधियाना रेलवे स्टेशन पर मीडिया से बातचीत करते हुए रूपाला ने कहा कि ईडी कानूनी प्रक्रिया का पालन कर रही है और जो लोग संविधान और कानून में विश्वास करते हैं उन्हें जांच एजेंसियों के साथ सहयोग करना चाहिए. ईडी ने कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए केजरीवाल को पांचवां समन जारी किया है.
'पार्टियों को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए'
एक अन्य सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब भी किसी राज्य की सरकार गिरती है तो विपक्षी दल भाजपा पर उनके विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाना शुरू कर देते हैं. उन्होंने कहा कि पार्टियों ने कभी आत्मनिरीक्षण नहीं किया कि उनके अपने विधायक क्यों पार्टी छोड़ रहे हैं. रूपाला ने इंडिया ब्लॉक पर भी हमला करते हुए कहा कि इसके घटक कभी एक साथ नहीं थे. उन्होंने कहा, सभी पार्टियों की अलग-अलग विचारधाराएं हैं और अलग-अलग विचारधाराओं के साथ एक साथ आना संभव नहीं है.