पंजाब की जनता ने बड़ी उम्मीदों के साथ आम आदमी पार्टी को प्रचंड बहुमत दिलाकर सरकार तो बना दी है. लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान की नई सरकार पर लगभग 3 लाख करोड़ का कर्ज है. अनुमान के मुताबिक, सरकारी कमाई में से 4,788 करोड़ रुपये तो इस कर्ज का ब्याज चुकाने में ही चले जाएंगे.
बता दें कि सीएम भगवंत मान की सरकार ने मंगलवार को अंतरिम बजट पेश किया. यह बजट विधानसभा द्वारा vote-on account पास किए जाने के बाद बना. भारतीय संविधान के मुताबिक, वोट ऑन अकाउंट के जरिए सरकार अल्पकालिक खर्चों के लिए एडवांस में ग्रांट ले सकती है. यह फंड अक्सर कुछ महीनों के लिए लिया जाता है. पंजाब की AAP सरकार ने अब तीन महीने का अंतरिम बजट पेश किया है.
पंजाब सरकार पर कर्ज का भारी बोझ
जानकारी के मुताबिक, 3 लाख करोड़ में से 1 लाख करोड़ कांग्रेस और अकाली सरकार के कार्यकाल का कर्ज है. सीएम के रूप में अपने 111 दिनों के कार्यकाल में चरणजीत सिंह चन्नी ने भी 3500 करोड़ रुपये की योजनाओं की घोषणाएं की थीं. कैग (Comptroller and Auditor General of India) के मुताबिक, 2024-25 तक पंजाब का आर्थिक बोझ 3.37 लाख करोड़ तक पहुंच सकता है. कर्ज का नुकसान यह होगा कि राज्य के वार्षिक बजट का 20 फीसदी हिस्सा इस कर्ज का ब्याज चुकाने में जाएगा.
अंतरिम बजट में हुए क्या ऐलान
अंतरिम बजट के मुताबिक, कुल 37,120 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. सरकार ने बताया है कि यह पैसा मुख्यत शिक्षा, कृषि, सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य क्षेत्रों पर खर्च होगा. इसमें से 4,643 करोड़ शिक्षा, 2,367 करोड़ रुपये कृषि, 2,726 करोड़ रुपये न्याय और पुलिस व्यवस्था के प्रशासन को संभालने में लगाए जाएंगे. इसके अलावा सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास पर 1,484.64 करोड़ रुपये और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण पर 1,345.61 करोड़ रुपये खर्चे जाएंगे.