पंजाब पुलिस ने नशा तस्करी और शराब की तस्करी के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चलाते हुए शुक्रवार को राज्यभर में 687 स्थानों पर छापेमारी की. इस दौरान पुलिस ने 111 लोगों को गिरफ्तार किया. पंजाब के पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने बताया कि इस कार्रवाई में 1 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों ने भाग लिया और 10 जिलों के 84 एंट्री और एग्जिट प्वाइंट्स पर वाहनों की सघन जांच की गई.
किन जिलों में हुई छापेमारी?
दरअसल, यह तलाशी अभियान उन 10 जिलों में चलाया गया, जिनकी सीमाएं चार अन्य राज्यों और चंडीगढ़ से लगती हैं. पठानकोट, श्री मुक्तसर साहिब, फाजिल्का, रोपड़, एसएएस नगर (मोहाली), पटियाला, संगरूर, मानसा, होशियारपुर और बठिंडा ये वो जिले हैं जिसमें छापेमारी की गई.
वाहनों की जांच और जब्ती
पंजाब के विशेष पुलिस महानिदेशक (Special DGP) अर्पित शुक्ला ने बताया कि पुलिस ने 3 हजार 938 वाहनों की जांच की, जिनमें से 471 को यातायात नियमों के उल्लंघन के चलते चालान किया गया. जबकि 11 वाहनों को जब्त कर लिया गया. पुलिस के 'कोर्डन एंड सर्च ऑपरेशन' (Cordon and Search Operation) के तहत शुक्रवार को राज्यभर में 86 एफआईआर दर्ज की गईं और 111 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इस हफ्ते अब तक कुल 884 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
भारी मात्रा में नशीले पदार्थ और नकदी जब्त
पुलिस ने छापेमारी के दौरान नशे के कारोबार से जुड़ी भारी मात्रा में नशीले पदार्थ और नकदी जब्त की. जिसमें 1.2 किलोग्राम हेरोइन, 9.8 किलोग्राम अफीम, 3.3 किलोग्राम गांजा, 46 किलोग्राम पोस्त (पॉपी हस्क), 7,091 नशीली गोलियां और इंजेक्शन और 1.32 लाख रुपये नकद बरामद किया गया है. इस अभियान में 250 से अधिक पुलिस टीमों ने हिस्सा लिया, जिसमें 2 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी शामिल थे.
नशे के खिलाफ शिक्षा अभियान
नशे के खिलाफ जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए पंजाब पुलिस ने पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला और एजुकेशनल मल्टीमीडिया रिसर्च सेंटर (EMRC) के साथ मिलकर एक व्यापक 10 घंटे का एंटी-ड्रग अवेयरनेस कोर्स शुरू करने की योजना बनाई है. DGP गौरव यादव ने बताया कि यह कोर्स 'युद्ध नशे के विरुद्ध' (War Against Drugs) अभियान के तहत तैयार किया गया है. इसमें लेक्चर्स, ऑडियो-विजुअल कंटेंट और इंटरैक्टिव सेशंस शामिल होंगे. इसे अगले अकादमिक सत्र से औपचारिक और अनौपचारिक शिक्षा प्रणाली में लागू किया जाएगा.
नशा तस्करों पर और सख्ती के आदेश
इस बीच पंजाब के मंत्री ललजीत सिंह भुल्लर ने मानसा में पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पुलिस को नशा तस्करी में लिप्त अपराधियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की पूरी स्वतंत्रता दी है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पिछले हफ्ते तीन महीने के भीतर राज्य को नशामुक्त बनाने की समयसीमा तय की है. सरकार और पुलिस प्रशासन अब इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरी ताकत झोंक रहे हैं.