पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर हल्ला बोला. उन्होंने बादल परिवार और बीजेपी पर भी शब्दबाण चलाए लेकिन उनके मुख्य निशाने पर केजरीवाल ही रहे. अमरिंदर ने सवाल किया कि आखिर केजरीवाल किस नैतिक आधार पर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने की बात करते हैं, जबकि उनके खुद प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में मुकदमे का सामना कर रहे हैं और जेल में भी रह चुके हैं. अमरिंदर ने कहा कि वे पंजाब के मुख्यमंत्री पद के लिए किसी गैर-पंजाबी की उम्मीदवारी का हमेशा विरोध करेंगे.
केजरीवाल के आरोपों को अमरिंदर सिंह ने नकारा
अमरिंदर ने केजरीवाल के इस आरोप को हास्यास्पद बताया कि उनकी और बादल परिवार में कोई साठ-गांठ है. अमरिंदर ने कहा, 'केजरीवाल कहते हैं कि वे पंजाब की सत्ता में आए तो बादलों को जेल भेजेंगे लेकिन मैं ये काम तो 2002 में ही कर चुका हूं. बादलों जैसे भ्रष्टाचारियों से निपटने के लिए कानून है और मैं जानता हूं कि भ्रष्टाचारियों को कैसे सजा दिलाई जाती है, लेकिन केजरीवाल से मेरा सवाल है कि दिल्ली में वो ऐसा क्यों नहीं कर रहे?'
विधायकों पर लगे आरोपों की जांच की मांग
अमरिंदर ने कहा कि ऐसे आरोपों की जांच होनी चाहिए कि केजरीवाल के एनजीओ परिवर्तन को कैसे फोर्ड फाउंडेशन से चंदा मिला, जिसका जुड़ाव अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए से है. अमरिंदर ने सवाल के लहजे में कहा कि केजरीवाल ये भी बताएं कि उन्होंने सरकारी सेवा में कैसे अपने कार्यकाल के दो दशक दिल्ली में रहते बिता दिए, जबकि तीन साल में ट्रांसफर का नियम है. अमरिंदर ने कहा कि AAP नेताओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच होनी चाहिए. अमरिंदर के मुताबिक वे सत्ता में आए तो विधायक कर्नल (रिटायर्ड) देविंदर सहरावत के आरोपों की जांच कराएंगे.
AAP घोषणापत्र पर उठाए सवाल
जब अमरिंदर से पूछा गया कि क्या पंजाब जैसे खराब वित्तीय स्थिति वाले राज्य में किसानों के कर्ज माफ करना सही होगा, तो उन्होंने जवाब था कि ये काम मुश्किल नहीं है, सरकारों के पास इच्छाशक्ति हो तो संसाधन जुटाए जा सकते हैं. अमरिंदर ने कहा कि कांग्रेस कर्ज माफी के लिए गंभीर है और इस पर पंजाब विधानसभा में पार्टी नेता सुखजिंदर सिंह प्राइवेट मेंबर बिल भी लेकर आए. उन्होंने आप के चुनाव घोषणा पत्र को कांग्रेस के घोषणापत्र से चुराया हुआ बताया. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही अकाली दल के वरिष्ठ नेता जगजीवनपाल सिंह को कांग्रेस में शामिल करने का ऐलान किया गया.