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मेयर चुनाव पर SC में सुनवाई से पहले चंडीगढ़ में सियासी हलचल, AAP के 3 पार्षद BJP का दामन थामने की तैयारी में

सुप्रीम कोर्ट में चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर होने वाली सुनवाई से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है. सोमवार की सुनवाई से पहले आज आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. जो इंडिया ब्लॉक के लिए बड़ा झटका होगा.

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चंडीगढ़ मेयर चुनाव मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले AAP को लग सकता बड़ा झटका
चंडीगढ़ मेयर चुनाव मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले AAP को लग सकता बड़ा झटका

चंडीगढ़ के मेयर को लेकर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई होनी है, लेकिन इससे पहले ही बीजेपी अपना खेमा मजबूत करने में जुटी हुई है. खबर आ रही है कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले आज आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. यह INDIA ब्लॉक के लिए एक बड़ा झटका होगा, विशेषकर तब, जब वह बीजेपी पर गड़बड़ी कर चुनाव जीतने का आरोप लगा रहा है.

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खबर के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद भाजपा के संपर्क में बताए जा रहे हैं और किसी भी वक़्त इनके बीजेपी में शामिल होने की आधिकारिक घोषणा हो सकती है. AAP के तीन पार्षदों के भाजपा में आने के बाद नगर निगम में पूरी तरह से समीकरण बदल जाएंगे. यदि सुप्रीम कोर्ट से मेयर चुनाव दोबारा करवाने को लेकर फैसला आता है तो तब भाजपा फुल मेजोरिटी के साथ अपना मेयर बना लेगी .

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16 वोटों के समर्थन से जीती थी बीजेपी

चंडीगढ़ में 30 जनवरी को मेयर चुनाव हुए थे, जहां आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में 16 वोटों के समर्थन के बावजूद बीजेपी जीत गई थी. प्रिजाइडिंग ऑफिसर ने 8 वोटों को रद्द कर दिया था. आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर चुनाव में धांधली का आरोप लगाया था और सीएम केजरीवाल ने प्रिजाइडिंग ऑफिस का एक वीडियो भी शेयर किया था और दावा किया था कि ऑफिसर किस तरह वोटों को रद्द कर रहे हैं.

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सुप्रीम कोर्ट ने की थी ये टिप्पणी

इसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई में तीन जजों ने मामले को सुना. चीफ जस्टिस ने प्रिजाइडिंग ऑफिस का वो वीडियो भी देखा जिसमें वह वोटों को कथित रूप से रद्द कर रहे हैं. सीजेआई ने कहा कि यह लोकतंत्र का मजाक है. जो कुछ हुआ उससे हम बस स्तब्ध हैं. सीजेआई ने कहा कि हम इस तरह लोकतंत्र की हत्या की इजाजत नहीं दे सकते. सीजेआई ने चुनाव का पूरा वीडियो पेश करने को कहा है और नोटिस भी जारी किया है.

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सीजेआई की अगुवाई वाली बेंच ने कहा, "हम निर्देश देते हैं कि मेयर चंडीगढ़ नगर निगम चुनावों का पूरा रिकॉर्ड हाई कोर्ट रजिस्ट्रार जनरल के पास जब्त कर लिया जाए और मतपत्र, वीडियोग्राफी को भी संरक्षित रखा जाए. रिटर्निंग ऑफिसर को नोटिस दिया गया है कि वह रिकॉर्ड सौंप देंगे. 

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