पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणिंदर सिंह को गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने हाजिर होना है. ईडी ने पंजाब के जालंधर दफ्तर में उन्हें हाजिर होने के लिए समन जारी किया था. ईडी इससे पहले रणिंदर सिंह को दो बार तलब कर चुकी है, लेकिन वो पेश नहीं हुए.
अक्टूबर में ओलंपिक खेलों के लिए बैठक और छह नवंबर को कोरोना टेस्ट का हवाला देकर उन्होंने हाजिर होने में असमर्थता जताई थी. देखना ये होगा कि क्या रणिंदर सिंह इस बार ईडी के सामने पेश होते हैं या फिर कोई बहाना करते हैं.
बता दें कि फेमा उल्लंघन के मामले में ईडी रणिंदर सिंह से पूछताछ करना चाहती है. ये मामला साल 2005-2006 के बीच विदेशों में अघोषित संपत्ति छुपाने का है. इनकम टैक्स की रिपोर्ट के आधार पर ईडी ने केस दर्ज किया था.
वहीं, ईडी के नोटिस पर अमरिंदर सिंह प्रतिक्रिया भी दे चुके हैं. उन्होंने कहा कि जब वह केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं, उसी समय ये नोटिस क्यों भेज जा रहे हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मुझे नहीं पता कि इन पर क्या कहना है सिवाय इसके कि इन नोटिसों का समय संदिग्ध है, जिनके नोटिस मिले हैं वो सभी केंद्र सरकार की एजेंसियां हैं. ये नोटिस तब मिले जब विधानसभा में कृषि संशोधऩ बिल को पारित किया गया.
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बता दें कि पंजाब सरकार केंद्र की मोदी सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानून का विरोध कर रही है. केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब विधानसभा में प्रस्ताव भी पास हो चुका है. इसके अलावा पंजाब सरकार राज्य विधानसभा में कृषि बिल भी पास करा चुकी है.