पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को जालंधर के बाढ़ पीड़ित इलाकों का दौरा किया. सबसे पहले वो लोहिया कस्बा के गांव गिद्दरपिंडी पहुंचे. उन्होंने एनडीआरएफ टीमों के कार्यों का जायजा लिया. उसके बाद राहत बचाव कार्य में जुटे पंजाब सरकार के कर्मियों से भी मिले. उनको सम्मानित करने के साथ ही सीएम ने कर्मियों के साथ फोटो भी खिंचवाई. इस मौके पर सीएम ने कहा कि यह मौका राजनीति का नहीं बल्कि सबके साथ खड़े होने का है.
सीएम भगवंत मान ने कहा कि कुदरत की मार है. हम सब को मिलकर काम करना चाहिए. एनडीआरएफ, बीएसएफ और पंजाब की जनता की तारीफ करता हूं, जिन्होंने पार्टी लेवल से ऊपर सेवा की है और पंजाबियत की पहचान दिखाई है. सीएम ने कहा कि पंजाबी इस बात को लेकर जाने जाते हैं कि उन्होंने हमेशा लोगों की रक्षा के लिए कुर्बानी दी है. फसल तो दोबारा आ जाएगी. मगर इंसान हो या जानवर, किसी की भी जान नहीं जानी चाहिए.
यह मौका राजनीति का नहीं- सीएम भगवंत मान
सीएम ने कहा, "मैं कल फिरोजपुर गया था. कई अन्य इलाकों में भी गया था. बाढ़ पीड़ित परिवार को सवा लाख रुपया दिया जाएगा. इसमें कोई बीपीएल कार्ड या कोई और कार्ड नहीं देखा जाएगा. 12 हजार 800 गांव है, जहां राहत और बचाव कार्य चल रहा है, वहां कोई न कोई जरूर पहुंचा है. हो सकता है कि सत्ताधारी पार्टी के लोग न गए हों, कोई विरोधी गया हो पर पहुंचे जरूर हैं. मैं फिर कहता हूं कि यह मौका राजनीति का नहीं बल्कि लोगों के इकट्ठे होने का है"
इसके बाद सीएम मान उस जगह भी पहुंचे जहां बांध टूटा था. इस दौरान राहत कार्य संभाल रहे पर्यावरण प्रेमी व राज्य सभा सदस्य संत बलबीर सिंह के साथ नाव में बैठकर स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान सीएम भगवंत मान की नाव हल्की सी डगमगा गई.